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पृष्ठ:गोल-सभा.djvu/१३१

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नवा अध्याय १२१ युद्ध में उपयोग किया है, उसकी शक्ति और सफलता से शासक बिल्कुल अपरिचित हैं, इसलिये उनको इसकी शक्ति और मर्यादा के समझने में कुछ समय लगेगा । इधर कुछ महीनों के हमारे कष्ट-सहन और बलिदान से यदि शासकों में किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं हुआ, तो कोई आश्चर्य की बात नहीं। इस देश में जो उन्होंने अपने स्वार्थों की स्थापना की है अथवा जो उन्होंने अपने लिये यहाँ पर अधिकार प्राप्त किए हैं, कांग्रेस उनमें से किसी को भी हानि नहीं पहुंचाना चाहती। भारत का यह युद्ध अँगरेजों के साथ नहीं है, किंतु इस देश में ब्रिटिश- साम्राज्य का जो असह्य प्रभुत्व है, उसका नैतिक रूप से भारत विरोध करता है, और असंतोष के साथ अंत तक उसे हटाने का प्रयत्न करेगा । हमारा यह प्रयत्न अंत तक अहिंसात्मक रहेगा, और इसीलिये हमारे इस प्रयत्न में सफलता भी निश्चित है, यद्यपि अधिकारी लोग हमारे इस प्रयत्न को अत्यंत कटुता और अपमान के साथ देखते हैं। अंत में हम आप लोगों का, फिर एक बार, शांति-स्थापन के अर्थ आपके कष्ट और प्रयत्न के लिये, धन्यवाद देते हैं, और साथ ही यह भी बताए देते हैं कि अभी ऐसा समय नहीं आया, जब समझौते की संभावना समझी जाय। कांग्रेस के प्रधान कार्य- कर्ता और अधिकारी इस समय जेल में बंद हैं। हम लोगों ने इस संबंध में जो कुछ किया, वह सुनी सुनाई बातों के आधार पर। इस- लिये हमारी शतों और उपस्थित की गई बातों में कदाचित् कुछ भूलें