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पृष्ठ:गोल-सभा.djvu/२४६

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२२८ गोल-सभा तब हमें समय में कंजूसी न करनी चाहिए। जो चीज देर में सही, परंतु शांति और स्थिरता से बनाई जाती है, वह मजबूत होती है। अल्पसंख्यक जातियों का प्रश्न "अब मैं अल्पसंख्यक जातियों के प्रश्न पर आता हूँ। मैं अपनी बात को फिर दुहराता हूँ। यदि इस संबंध में आप लोग आपस में फैसला नहीं कर सकेंगे, तो हमें सरकार के शासन-विधान में इस प्रश्न का फैसला करना ही पड़ेगा। परंतु याद रखिए कि हम आपकी बात को आखिरी नहीं समझते । जातियाँ छोटी हो या बड़ी, उनकी अधिकार रक्षा का यत्न करना ही पड़ेगा। मेरे भारतीय मित्रो ! क्या आपको यह उचित प्रतीत होता है कि आप अपने झगड़े का फैसला स्वयं न करके दूसरों से करवावें? "इन प्रतिबंधों में एक खतरा भी है। वह भी मैं कह देना चाहता हूँ कि मंत्रियों को यह न करना होगा कि जब कोई ऐसा काम करना पड़े, जो लोगों में अप्रिय हो तो उसका बोझ वाइस- राय या गवर्नर की संरक्षित शक्तियों पर डाल दिया जाय । घोषणा "अब मैं आपके सम्मुख वह घोषणा पढ़ देना चाहता हूँ,जो मेरे मंत्रिमंडल ने मुझे आपके सम्मुख रखने की इजाजत दी है। हिज मैजेस्टी की सरकार का विचार है कि भारतीय शासन की जुम्मेवारी लेजिसलेचर्स ( केंद्रीय या प्रांतीय व्यवस्था-सभाओं)