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पृष्ठ:चाँदी की डिबिया.djvu/६७

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दृश्य ३ ]
चाँदी की डिबिया
 

अच्छी बात है, न आऊँगा। देखूँ आप इसे कहाँ तक पसन्द करते हैं। इस वक्त भी आप ने मेरी मदद न की होती, अगर आपके प्राण इस भय से न सूख जाते कि यह बात पत्रों में छप जायगी। सिगरेट कहाँ है।

बार्थिविक

[ बेचैनी से उसे देखकर ]

ख़ैर, अब मैं इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहता।

[ घंटी बजाता है ]

इस बार मैं और छोड़े देता हूँ।

[ मारलो आता है ]

जाओ।

[ टाइम्स के पीछे अपना मुंह छिपा लेता है। ]

जैक

[ प्रसन्न होकर ]

सिगरेट कहाँ है, मारलो?

५९