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पृष्ठ:प्रबन्ध पुष्पाञ्जलि.djvu/१३७

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उत्तरी ध्रुव की यात्रा

कूचों में वे अपने जहाज "रूजवेल्ट" के पास आगये और उसे सुरक्षित पाया। दो महीने तक वहीं रह कर उन्होंने कितने ही प्रकार की वैज्ञानिक जाँच की। इस बीच में जो सामग्री मार्ग के पड़ावों में रह गई थी वह भी वापस आ गई। १४ जुलाई १९०९ को वहाँ से कूच हुआ। ५ दिसम्बर को वे लबराडोर में पहुँच गये। वहीं से आपने तार दिया---"उत्तरी ध्रुव पर मैं अमेरिका का झण्डा गाड़ आया।"

[ दिसम्बर १९०९