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पृष्ठ:महाभारत-मीमांसा.djvu/१२९

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ॐ भारतीय युद्धका समय * १५३ पीढ़ियाँ, पुराणोंकी अन्तिम श्रावृत्ति- २०२ वर्ष पड़ते हैं । यह वर्ष कुछ अधिक में दी हुई पीढ़ियोंसे, अधिक विश्वस- नहीं है । महाभारतमें दिये हुए वर्णनसे. नीय हैं। मालूम हो सकता है कि वसुदेवको उन्न. मेगास्थिनीज़की बतलाई हुई बातोंके कितनी थी। अन्य देशोंके इतिहासको विरुद्ध यह आक्षेप हो सकता है कि देखनेसे भी यह वर्ष-संख्या बड़ी नहीं पीढ़ियोंकी संख्याके परिणामसे वर्ष-संख्या मालूम होती। यह वर्णन पाया जाता है बहुत अधिक है। हम पहले कह चुके हैं कि ईजिप्ट और खाल्डिया देशोंके देवांश कि समस्त संसारके इतिहासके अाधार राजाओंने बहुत वर्षोंतक राज्य किया। पर यह हिसाब लगाया गया है कि ज्यू लोगोंकी वंशावलीको लीजिये । यह राजाओंकी प्रत्येक पीढ़ीके लिये २० वर्ष अधिक विश्वसनीय और सावधानता लगते हैं । तब प्रश्न है कि १५३ पीढ़ियोंके पूर्वक सुरक्षित है। इसमें भी मोजिस लिये ३०६० वर्षके बदले ६०४२ वर्ष कैसे नामक मानवी राजाके पहलेके प्रजापति- दिये गये हैं ? परन्तु हमें दूसरे देशोंकी (पेट्रियार्क) की वर्ष-मर्यादा बहुत ही राजवंशावलियोंके उदाहरणोंके अाधार बड़ी है। पहले भागमें अर्थात् सृष्टिकी पर यह देखना चाहिये कि आर्य लोगोंके : उत्पत्तिसे जलप्रलयतक अथवा प्रादमसे सम्बन्ध मेगास्थिनीज़की बातें कैसी विश्व- नोातक ११ पुरुषों के २२६२वर्ष बतलाये सनीय हैं । हमें मालूम होगा कि प्रत्येक गये हैं, अर्थात् प्रत्येक पीढ़ी के लिये लग- देशमें मानवी राजाओंके होनके पहले भग दो सौ वर्ष पड़ते हैं। दूसरे भागमें थोड़े बहुत देवांश राजा मान लिये जाया शेमसे अब्राहमतक ११ पुरुषोंके लिये करते हैं: और ऐसे राजाओंकी वर्ष-संख्या १३१० वर्ष माने गये हैं, अर्थात् प्रत्येक अधिक हुआ करती थी। मेनेथोके द्वारा पीढ़ी के लिये १६० वर्ष होते हैं। और तीसरे संशोधित ईजिप्ट देशको राजवंशावलीमें भागमें मोजिससे सालोमनतक १२. मानवी राजा मेनिससे प्रारम्भ होते हैं। पीढ़ियोंके ४०० वर्ष बतलाये गये हैं। ये उसके पहले देवांश राजा थे। उसने मानवी प्रमाणके अनुसार हैं । सारांश, लिखा है कि इसके बाद कोई देवांश राजा अन्य देशोंकी तुलनासे हम स्पष्ट कह सकते नहीं हुआ। हमारे यहाँ भी श्रीकृष्णके हैं कि मेगास्थिनीज़ने जो बात लिखी है वह ईश्वरी अवतारके हो जानेके बाद कलि- बिलकुल सम्भव है। १५३ पीढ़ियोंका युगका प्रारम्भ हुआ । अर्थात् , श्रीकृष्णके उल्लेख उसने तत्कालीन लेखोंके प्रमाण बाद कोई ईश्वरी अंशवाला राजा नहीं पर किया है और हिन्दुस्थानका ऐतिहा- हुआ । हिराक्लीज अथवा श्रीकृष्णतक सिक काल सन् ईसवीके पहले ३१०१ १५. पीढ़ियोंको घटाकर शेष १३८ पीढ़ियों- वर्ष निश्चित होता है। इसमें कोई भामर्य- को मानधी राजाओंकी समझना चाहिये की बात नहीं है । ईजिप्टमें पहला मानवी और इन राजाओंके राज्य-वर्षोंका समय राजा सन् ईसवीके पहले ३३७० वें वर्ष में २० वर्ष ही लेकर हमने इनका समय राज्य करने लगा था। ईजिप्टमें सबसे २७६० वर्ष ठहराया है । ६०४२ वर्षों में इस बड़ा पिरामिड स्तम्भ सन् ईसपीके पहले समयको घटा देने पर ३२८२ वर्ष बच २५०० वें वर्ष में बनाया गया । चीनका जाते हैं । इन शेष वर्षीको १५ पीढ़ियोंका पहला मानवी राजा सन् ईसवीके पहले समय मान मेने पर प्रत्येक पीढ़ी के लिये २०८५ प वर्षमें गही पर बैठा । इन