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मिश्रबंधु

मिश्रघंधु-विनोद सं० १९६० 1 विवरण--श्राप नागौर (बीकानेर) के महंत हैं। नाम--( ३८१०) चाँदसिंह विशारद, बीकानेर । विवरण-श्राप हिंदी-गद्य तथा पद्य दोनो लिखा करते हैं। नाम-(३८५१) चिरंजीलाल शर्मा, अलीगढ़ । विवरण-हिंदी के प्राशुकवि और गद्य-लेखक हैं । नाम-( ३८५२) चंपाराम मिश्र, रायबहादुर, बी० ए०, मैनपुरी। जन्म-काल-सं० १९३५ । कविता-काल-सं० १९६० । ग्रंथ-(१) लीलावती की भाषा टीका, (२) तुलसीदास-कृत कवित्त-रामायण पर टिप्पणियाँ, (३) रघुनाथ-शिकार (प्राचीन ग्रंथ) का संपादन । विवरण-आप पं० खड्गजीतजी मिश्र के छोटे भाई हैं। यह डिपुटी डाइरेक्टर ऑफ़ इंडस्ट्रीज़ रह चुके हैं । ठाकुर कवि कृत बिहारी-सतसई की टीका का आपने संपादन किया है । इस काल आपछतरपूर-रियासत के दीवान हैं। नाम-(३८५३ ) छबीलेलाल गोस्वामी। जन्म-काल-सं० १९४३ । गद्य-लेखक ( गल्प), पंच-पुष्प, पंच-पराग, पंच-कलिका, पंच- पल्लव, पंच-मंजरिका एवं जावित्री प्रकाशित हो चुकी हैं (पृष्ठ- संख्या कुल मिलाकर प्रायः ३००)। विवरण-आप पं० किशोरीलालजी गोस्वामी के पुत्र हैं । देश-प्रेम के कारण आप कुछ काल जेल भी भुगत चुके हैं। श्राप मथुरा के मासिक पत्र 'मोहन' तथा अंबाले के 'ब्राह्मण' के संपादक रह चुके हैं। इन्होंने वृंदावन म्युनिसिपैलिटी में हिंदी का प्रचार किया ।