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पृष्ठ:यंग इण्डिया.djvu/३६९

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पेनिंगटनके प्रश्र्नोंका उत्तर


प्रयोग करके स्मिथ आदि नीच कर्मचारियोंको दूर करके पंजाब का शासन शुद्ध तथा निर्मल नहीं कराया तो उनके छुटकारासे कोई लाभ नहीं हुआ । हमें पूरी आशा है कि यदि उन्होंने पूर्ण दृढ़ताके साथ इस बातका आन्दोलन उठाया तो सारा भारत उनका साथ देगा । हमारा उनसे यह अनुरोध है कि यदि वे लोग जेनरल डायर आदिको वास्तवमें दण्ड दिलाना चाहते हैं तो उन्हें उचित है कि जिन अधिकारियोंके विरुद्ध उन्हें पर्याप्त प्रमाण मिले हैं, उनको बुराईयोंको तुरन्त रोकनेकी चेष्टा करें ।

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पेनिंगटनके प्रश्नोंका उत्तर ।

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( सितम्बर २९, १९२० )

मिस्टर पेनिङ्गटनने मेरे पास निम्न लिखित पत्र भेजा है। मै इस पत्रका अन्य कागजोंके साथ ज्योंका त्यों प्रकाशित कर देता है।

पनिंगटनका पत्र ।

महाशयजी, असहयोग आन्दोलनको दिखौवा शान्तिरूप देकर जो आप भारत सरकारका वहिष्कार करना चाहते है उसमें मैं आपसे सहमत नही हूँ। मैं सदासे आपको इस बातका श्रेय देता आया हूं कि भाप शान्तिमय क्रान्तिके ही पूर्ण पक्षपाती