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पृष्ठ:रसिकप्रिया.djvu/५३

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( ५३ ) विषय छंदसंख्या विषय छंदसंख्या पटइनि को वचन श्रीकृष्ण सों २६ कृष्ण को अतिहास १४ उपसंहार ६० परिहास-लक्षण १३ राधा को परिहास सखीजन-कर्म १ कृष्ण को परिहास राधिका सों शिक्षा २ करुणरस-लक्षण कृष्ण की शिक्षा श्रीराधिकाजू को करुण रस राधा सों विनय श्रीकृष्णजू को करुणरस २० कृष्ण सों विनय रौद्ररस-लक्षण २१ राधा को मनाइबो श्रीराधिकाजू को रौद्र रस २२ कृष्ण को मनाइवो श्रीकृष्णजू को रौद्ररस २३ राधा को मिलैवो 8-११ वीररस-लक्षण २४ कृष्ण को मिलैबो १२ श्रीनाधिकाजू को वीररस २५ राधिका को शृंगार श्रीकृष्णजू को वीररस कृष्णा को शृगार १४ भयानकास-लक्षण २७ गधा को झुकिबो श्रीराधिकाजू को भयानकरस २८ कृष्ण को झुकिबो श्रीकृष्णजू को भयानकरस २६ राधिका सों उराहनो १८ वीभत्सरस-लक्षण ३० कृष्ण को उराहनो श्री राधिकाजू को वीभत्स रस राधावचन सखी सों श्रीकृष्णजू को वीभत्स रस ३२ २० उपसंहार २१-२२ अद् तरस-लक्षण १४ श्रीराधिकाज को अद्भुतरस ३४-३५ हास्यरस-लक्षण १ श्रीकृष्ण को अद्भुतरस हास्यरस के भेद शम रस-लक्षण ३७ मंदहास-लक्षण ३ श्रीगाधिकाज को शमरस ३८ ग्रंथविस्तार-भय श्रीकृष्णजू को शमरस ३६-४० राधिका को मंदहास उपसंहार ४१ कृष्ण को नंदहास वृत्ति-वर्णन कलहान-लभरा राधिका को कलहास कैशिकी २-३ ९-१० भारती कृष्ण को कलहास ११ प्रारभटी अतिहास-लक्षण १२ सात्वती ५-६ राधिका को अतिहास उपसंहार २ ४ ७ १