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क्या है कविता


कविता भर्त्सना का औजार नहीं
भड़ास नहीं कविता
निज वेदना जाहिर करने का जरिया नहीं
शब्द विलास नहीं कविता
उकड़ू पड़े जीवन के इर्द-गिर्द
घूमते ख्यालातों को पोटली नहीं है कविता
अपनी जकड़ने तोडो कवि
उकड़ू स॑ साध तनो पहल
फिर देखो सभो उकडू बैठे लोगों को

खुद से पूछो
क्या तुम्हारा कविता इन्हें सीधा खड़ा कर सकती है?
कविता बस इतनी सी चीज हे

 

वीरेंदर भाटिया : चयनित कविताएँ 113