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पृष्ठ:वैशाली की नगरवधू.djvu/२९५

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जब वहां आया, तो दोनों राजदम्पती चिथड़े अंग पर लपेटे चिर निद्रा में सो रहे थे। सम्राट् ने राज-विधान के साथ उनका संस्कार किया और सारे साम्राज्य में सूतक मनाया।