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पृष्ठ:समाजवाद पूंजीवाद.djvu/४८

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आसमान श्राय के दुष्परिणाम

असमान नाय के दुष्परिणाम न होगा कि हम किस तरह के प्रादमी पैदा करना चाहते हैं। किसो घोटे या सूअर का मामला यहुत सीधा है। दौट के लिये बहुत तंज़ और योमा सींचने के लिये बहुत मजबूत घोटे की ज़रूरत होती है। और घर के लिये तो इतना ही चाहिए कि वह य मोटा हो । यह सब सीधा होने हुए भी इन जानवरों की नस्ल पैदा करने वाले किसी के भी मुह मे हम मुन सकने हैं कि चाहे जितना सावधान रहने पर भी यहुत बार वान्दनीय परिणाम नहीं निकलता। __ यदि हम स्वयं भी सोचें कि हमें कैमा बालक चाहिए तो लड़के या लड़की की पसन्द करने के अलावा उसी सण हमें स्वीकार करना पड़ेगा कि हमको मालूम नहीं । अधिक-से-अधिक हम कुछ प्रकार गिना सकते हैं जो हमें नहीं चाहिएं । उदाहरण के लिए हमको लूले- लंगदे. गंगे-यहरे, अन्ये, नामर्द, मिरगी के रोगी और शरायी व नहीं चाहिएं । किन्तु हमको यह नहीं मालूम कि ऐसे बच्चों की उत्पत्ति रोकी कैसे जाय । कारण, इन धमागों के माता-पिताओं में यहुधा कोई रस्य खराबी नहीं होती। श्रय जो हमें नहीं चाहिएं उनको छोड़ कर जो हमें चाहिएं हम उन पर श्राएं । हम कह सकते हैं कि हमें अच्छे चालक चाहिएं। किन्तु अच्छे पालक की परिभाषा यह है कि वह अपने माता- पिता को कोई कट न देना हो, और कुछ बहुत उपयोगी स्त्री-पुरुप चालकपन में बहुत उत्पाती रहे हैं। क्रियाशील, बुदिशाली, उद्यमी और बहादुर लढके अपने माता-पिताओं की दृष्टि में हमेशा शरारती होते हैं, और प्रतिभावान पुस मरने से पहिले क्वचित ही पसन्द किए जाते हैं। हमने मुकरात को विप पिलाया, ईसा को सूली दी और जॉन श्राव पार्क को लोगों की हपं-ध्वनि के बीच जीवित जला दिया; क्योंकि जिम्मेदार विधान-वेत्तायों और पादरियों द्वारा मुकदमे करवाने के बाद हमने तय किया कि वे इतने दुष्ट है कि उन्हें जीवित नहीं रहने दिया जा सकता । इस सव को ध्यान में रखते हुए हम शायद ही अच्छाई के निर्णायक हो सकते हैं और उसके लिए हृदय में सचा प्रेम रख सकते हैं।