पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 12.pdf/७०७

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सांकेतिका नायडू, सी० के० टी०, ५५१; -का अपने चार पुत्रोंको भारतकी सेवा के लिए समर्पण, ४६४ पा० टि० नारायणसामी, ४४५; का बलिदान, ४३६, ४३८, ४६६, ४७८, ४८६ नॉर्टन, ४१३, ४१९ पा० टि०, ४२० नेटाल - भारतीयोंके विषयमें साम्राज्य सरकार द्वारा घोषणा, ९५; - भारतीयोंको संघ प्रवासी प्रतिबन्धक विषेषक (१९१३) के विरुद्ध सत्याग्रहमें सम्मिलित होनेके लिए आवाहन, ५७-६०; - में गिरमिटिया भारतीयोंकी हड़ताल, २३६, २७०; -में भारतीय अधिकारोंकी सुरक्षाको माँग, ८४; में भारतीय जन-संख्या, ११६; में भारतीयोंकी शिक्षाकी उपेक्षा, ३६५; में भारतीयों के अधिवासके अधि- कारपर संघ प्रवासी प्रतिबन्धक विधेयक (१९१३) का प्रभाव, ५४; में भारतीयोंको अस्थायी अनुपस्थिति के बाद पुनः प्रवेशका अधिकार है, १८७ नेटाल ऐडवर्टाइज़र, २७९ नेटाल कोयला खान संघ, २४७ नेटाल खेलकूद समिति, ४४७ नेटाल भारतीय संघ, २६७ पा० टि०, -द्वारा अस्थायी समझौतेका अनुमोदन, ३३० पा० टि० नेटाल मर्क्युरो, ७७, ९५ पा० टि०, १७१, १८६, १९१, २००, २४५, २५१, २६६, २७७ पा० टि०, २८५, ३०२, ३०५, ४२३, ४२६ पा० टि०, ४३२, ४३५ पा० टि०, ४३६ पा० टि०, ४४०, ४५३ पा० टि०, ४९१; -का लेख निराधार तथा भ्रामक, ४१७ पा० टि०; ने तीन पौंडकेकरकी छूटके पश्चात् भूतपूर्व गिरमिटिया भारतीयोंको निषिद्ध प्रवासी कहा, ४९१; -से नेटाल कोपलेकी खानोंमें हड़तालके विषयमें भेंट, २४५-४६ नेटाल विटनेस -द्वारा संघ प्रवासी प्रतिबन्धक विधेयक (१९१३) के अन्तर्गत सर्वोच्च न्यायालय तक पहुँच के अधिकारको वापस ऐनेकी आलोचना, ४२ नेपाल की मृत्युपर विचार, ३५९, ३७१ नैयर, डॉ० सुशीला, ४ पा० टि० नौरोजी, दादाभाई, १७० न्याय सचिव, २४९ न्यूटन, सर आइजक, १४० पटेल, गोर्धनभाई, २१५ प ६६७ पटेल, मगनभाई, ३२३, ३४९, ३७५, ३८५, ५२२, ५४१ ५५१; की गिरफतारी १८४ पटेल, रावजीभाई मणिभाई, २१५, ३२३, ३४६, २४९, ३५०, ३५९, ३६८, ३७१, ३७५, ३८४, ३९८, ४१५, ४१८, ५१२, ५३९; -की गिरफ्तारी, १८४ परमात्मा; का मकान, शरीर, १५८ - चैतन्य, १८४, - मोक्ष प्राप्त आत्मा, १२१; -शुद्ध चेतन, ८९ परीख, जे० एम०, ५४०, ५४१, ५५५ पा० टि०, पाइवेल, श्रीमती, २६२ पाटीदार समिति; द्वारा ट्रान्सवाल लीडरकी इस रिपोर्टका खण्डन कि भारतीय व्यापारी निष्क्रिय प्रतिरोध में सम्मिलित न होंगे, २२९ पानीका इलाज, ७१; -अनेक रोगोंके लिए ६५, ७१ पारेख, इस्माइल, २६४ पियर्सन, डब्ल्यु. डब्ल्यु०, ३०९ पा० टि०, ३१०, ३५०, ३५४, ३७१, ४३३, ५४४, ५५१ पिपसैन, रेव० डब्ल्यु०; - का स्वागत, ३१० पिल्ले, श्रीमती एम०, २३७ पा० टि०, पिल्ले, श्रीमती एम० एस० २३७ पा० टि०, पिल्ले, श्रीमती एम० बी०, २३७ पा० टि०, पिल्ले, श्रीमती के० सी०, २३७ पा० टि०, पीटर्सन एंड कं०, २४१ पीरभाई, आदमजी; की मृत्यु, १५५ पीरभाई, करीमभाई आदमजी, ५५३ पीरभाई, बली, २५२ पुरी, स्वामी मंगलानन्द, १४१ पुरुषोत्तम, दया; का मामला, ३३७ पैंकइर्स्ट, श्रीमती, ३६ पोल्क, एच० एस० एल०, १९, ४०, ६८, १००, १०२, ११३, १२३, १३२, १४५, १४८, १४९, २०४, २३६, २४८, २६४, २६६, २६६पा० टि०, २७४, २८४, २८८, २९३, २९६ पा० टि०, ३०६, ३२६, ३३० पा० टि०, ३६४, ४३१, ४३२ पा० टि० ४६५, ४८५, ४८८, पा० टि०, ५०९, ५१५, ५४१, ५४८; - का मुकदमा और सजा, २६१ पा० टि०,; की गिरफ्तारी, २६१