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भेंट: विहारके लेफ्टिनट गवर्नरसे

नोटिस भी जारी नहीं कर दिया जाता कि श्री गांधीको सरकारकी ओरसे कोई मान्यता प्राप्त नहीं है। इसपर श्री गांधीने कहा कि मैं तो चाहूँगा कि दोनों वक्तव्य जारी कर दिये जायें। किन्तु अन्तमें वे इस बातपर राजी हो गये कि ऐसे किसी नोटिसके बदले स्थानीय अधिकारियोंके नाम, जो भी बुराई दिखाई दे, उसे रोकनेके लिए कड़ी कार्रवाई करने की हिदायतें जारी की जायें। उदाहरणार्थ, अबवाब लेना, यथासम्भव, अन्तिम रूपसे बन्द कर दिया जाये और इसके लिए जहाँ आवश्यक हो, पट्टोंकी मीयाद बढ़ाने से इनकार करनेके अधिकारका उपयोग किया जाये। इसी तरह जहाँ-कहीं भी कोई ऐसी बात दिखाई दे कि मजदूरों, बैल-गाड़ियों और हलोंका गैरकानूनी ढंगपर बेगारमें उपयोग किया जा रहा है, वहाँ उसे जैसे भी हो, रोका जाये।

श्री गांधीने अनुरोध किया कि गोरे जमींदारोंको यह चेतावनी भेज दी जाये कि समितिकी रिपोर्ट मिलनेकी अवधि तक के लिए वे तैलगाड़ियाँ और कुली आदि बेगारमें न लें और न अबवाब आदिकी वसूली कर। इसके उत्तरमें मैंने कहा कि यदि सरकार ऐसी कोई चेतावनी देगी तो गोरे जमींदार नाराज हो जायेंगे, क्योंकि इसका मतलब मामले को देखने-परखने से पहले ही उसके बारेमें राय कायम करना होगा। हाँ, यह है कि जब समितिके लिए गोरे जमींदारोंके प्रतिनिधि सदस्यको नियुक्ति हो जायेगी तब मैं उसे बता दूँगा कि यदि ऐसी बातें होती रहीं तो उससे क्या हानि होगी। मैं उससे अपने गोरे जमींदार भाइयोंको इस आशयकी सूचना भेजनेकी वांछनीयतापर भी विचार करनेका अनुरोध करूँगा।

अब निम्नलिखित कार्रवाई करनी चाहिए:

(१) हम जिस निर्णयपर पहुँचे हैं, उसकी सूचना संक्षेपमें भारत सरकारको भेज दी जाये, और उसमें यह उल्लेख भी कर दिया जाये कि श्री टैलैट्सके बदले श्री टैनरको सेक्रेटरी चुना गया है।
(२) श्री रोड और अमावांके राजासे पूछा जाये कि क्या वे समितिमें काम करना पसन्द करेंगे।
(३) कमिश्नरको पत्र लिखकर सूचित किया जाये कि चम्पारनमें खेती-बाड़ी से सम्बन्धित पूरे प्रश्नको एक समितिके विचारार्थ सौंपनेका निर्णय किया गया है। इस समितिके गठनकी सूचना आपको यथाशीघ्र भेज दी जायेगी। फिलहाल श्री गांधीने (जैसा ऊपर 'क' में बताये अनुसार) स्वीकार कर लिया है, गोरे जमींदार-संघको भी इस निर्णयकी सूचना भेज दी जानी चाहिए।
(४) समितिको नियुक्तिके सम्बन्धमें एक छोटा-सा प्रस्ताव तैयार कर लिया जाये, ताकि ज्यों ही अंतिम रूपसे इसका गठन हो जाये, उसे जारी कर दिया जाये।

ई० ए० जी०[१]
५-६-१९१७

 
  1. १. ई० ए० गेट।