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तार: जितेन्द्रलाल बनर्जीको


सिलसिले में आप लोगोंसे कहना चाहता हूँ कि एक बोहरा सज्जन मुझे अपने घर ले गये थे और वहाँ उन्होंने मुझे कोषके लिए १,००० रुपये दिये। जो भी हो में एक-दूसरेके प्रति इस प्रकारके अविश्वास और शंकाओंको नापसन्द करता हूँ। जबतक अपने साथ रहनेवाले समाजोंके प्रति आप इस तरहकी भावना बनाये रखेंगे, आप स्वराज्य नहीं पा सकते।

कलकी सभा मुझसे पूछा गया था कि क्या हमें मिलका बना कपड़ा नहीं पहनना चाहिए। इस प्रश्नका उत्तर मैंने यही दिया था कि मिलका बना कपड़ा मुख्यतः गरीब लोगोंके लिए है; अमीर और खुशहाल लोगोंको तो खद्दर ही पहनना चाहिए। यदि आप यह नहीं कर सकते तो आपको स्वराज्य मिलना सम्भव नहीं है। एक दूसरे पारसी सज्जनने मुझसे पूछा है कि यदि जापान और अन्य राष्ट्रोंने हमारे देशपर आक्रमण किया तो आप क्या करेंगे। मैंने जवाब दिया, चूंकि मनुष्य स्वार्थी जीव है इसलिए यदि जापानियोंने देखा कि वे अपना माल भारतीयोंमें नहीं खपा सकते हैं और भारतीय उन चीजोंको कदापि इस्तेमाल नहीं करेंगे तो भारत उनके लिए किसी कामका नहीं होगा। यदि भारतीय विदेशोंमें बनी चीजोंका प्रयोग करनेके प्रति उदासीन रहें तो जापानियोंके लिए भारत किस कामका?

इसके बाद उन्होंने मौलाना अबुल कलाम आजादका परिचय कराते हुए कहा कि ये मुसलमानों में एक महान् व्यक्ति हैं। मुसलमानोंपर उनका बहुत असर है। ये सज्जन दोनों जातियोंका बहुत ज्यादा हित-साधन कर सकते हैं और में आशा करता हूँ कि चन्दा जमा हो चुकनेके बाद आप इनके विचार ध्यानसे सुनेंगे।

[ अंग्रेजीसे ]
बॉम्बे क्रॉनिकल, २०-६-१९२१

११४. तार : जितेन्द्रलाल बनर्जीको[१]

[ १९ जून, १९२१ को या उसके पश्चात् ]

बेजवाड़ाका कार्यक्रम पूरा करनेमें व्यस्त। इतनी दूरसे राय देना असम्भव। पत्र लिख रहा हूँ।[२]

अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ७५४७) की फोटो नकलसे।

  1. कलकत्ताके एक कांग्रेसी जितेन्द्रलाल बनर्जी के १९ जूनके तारके जवाब में यह तार भेजा गया था। तार इस प्रकार था: “बंगालकी परिस्थितिमें आपकी मौजूदगी और रापकी तत्काल जरूरत है। श्री दास हड़तालोंको और अधिक समयतक बढ़ाकर जारी रखना चाहते हैं, परन्तु मेरी और यहां के कई एक सच्चे असहयोगियोंकी दृढ़ धारणा है कि हड़ताल करना असहयोगके सिद्धान्तसे हटना है और वे बेजवाड़ाके कार्यक्रमकी सफलता में बाधा डाल रही हैं। यदि भा सकना असम्भव है तो परिस्थितिपर पूरी तरह से विचार करके तारसे राय दीजिए।”
  2. गांधीजीका पत्र उपलब्ध नहीं है।