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पत्र: लाला लाजपतरायको
मुझे उम्मीद है कि इसी तरह अन्य लोग भी इस कार्यमें अपना-अपना चन्दा भेजेंगे।
[ गुजरातीसे ]
नवजीवन, ४-४-१९२६
नवजीवन, ४-४-१९२६
२७८. सन्तोंका स्मरण
सत्याग्रह-सप्ताह किस तरह मनाया जाये, इसपर विचार करते हुए मेरी नजर काकासाहब कालेलकर द्वारा विद्यार्थियोंके लिए लिखे गये लेखके एक अंशपर पड़ी। यह अंश मैं 'नवजीवन' के पाठकोंके सम्मुख पेश करता हूँ।[१]
[ गुजरातीसे ]
नवजीवन, ४-४-१९२६
नवजीवन, ४-४-१९२६
२७९. पत्र: लाला लाजपतरायको
साबरमती आश्रम
४ अप्रैल, १९२६
प्रिय लालाजी,
साथकी कतरनमें मैंने जिस बातकी चर्चा की है, उसके बारेमें मैं 'यंग इंडिया' में लिख चुका हूँ। क्या आपने पूर्ण मद्य-निषेधके प्रश्नका अध्ययन किया है? पंजाबमें इस ओर जो घोर उदासीनता छाई हुई है, उसका क्या कारण है?
हृदयसे आपका,
लाला लाजपतराय
लाहौर
लाहौर
अंग्रेजी प्रति (एस॰ एन॰ १९४२०) की फोटो-नकलसे।
- ↑ यहाँ इसका अनुवाद नहीं दिया जा रहा है। इसमें महाराष्ट्रके प्रख्यात सन्त एकनाथकी चर्चा करते हुए उनकी अन्त्यज-सेवाके उदाहरण दिये गये हैं।