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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय

तदुपरान्त ब्यूरो फ्रांसके प्रांतोंकी दशाका, सभी पहलुओंसे निरीक्षण करता है और सन् १९१४ में लिखे हुए एक ग्रन्थसे नॉरमैडीके बारेमें निम्नलिखित वाक्य उद्धृत करता है :

नॉरमैडीकी जनसंख्यामें गत ५० वर्षोंमें ३ लाखकी कमी हो गई है; इसका अर्थ यह है कि उसकी उतनी आबादी, जितनी कि समस्त और्न जिलेकी है, कम हो गई है। हर बीस वर्ष में फ्रांसको उसके एक सूबे जितनी जनसंख्या घट जाती है। और चूंकि उसमें केवल पाँच हो सूबे हैं, इसलिए सौ वर्षोंमें तो उसके हरे-भरे खेतों में फ्रांसके निवासी बच ही नहीं रहेंगे— मैं यहाँ "फ्रांस निवासी" शब्दका जानबूझकर प्रयोग कर रहा हूँ; क्योंकि तब दूसरे लोग अवश्य ही वहाँ आकर बस जायेंगे— और यदि ऐसा न हुआ तो वह भी एक शोचनीय स्थिति होगी। जर्मन लोग कैके आसपासकी लोहेकी खाने चला रहे हैं और हमारे देखते-ही-देखते वहाँ चीनी मजदूर आ गये हैं, जहाँसे कि विजेता विलियमने इंग्लैंड के लिए प्रस्थान किया था।

ब्यूरो उक्त वाक्यपर टिप्पणी देते हुए लिखता है, "दूसरे भी अनेक प्रान्तोंकी दशा इससे अच्छी नहीं है।"

वह आगे चलकर यह दिखलानेका प्रयत्न करता है कि जनसंख्यामें इस ह्रासके फलस्वरूप राष्ट्रकी सैनिक शक्तिका पतन हुआ है। उसकी यह धारणा है कि फ्रांसके लोगोंका फ्रांससे आजकल कम बाहर जाना भी इसीका परिणाम है। तदुपरान्त वह इसीको फ्रांसके जातिगत विकास, उस देशके व्यापार, उसकी भाषा और सभ्यताके ह्रासका कारण भी सिद्ध करता है।

इसके अनन्तर ब्यूरो पूछता है :

क्या फ्रांसीसी लोग, जिन्होंने प्राचीनकालमें रूढ़ विषय के प्रति अपने संयमको त्याग दिया है, सांसारिक सुख, आर्थिक उत्कर्ष, शारीरिक स्वास्थ्य तथा संस्कृति प्राप्त करनेमें पहले की अपेक्षा अधिक उन्नत हो गये हैं?

उत्तरमें वह कहता है:

स्वास्थ्यके विषयमें दो-चार शब्द ही पर्याप्त होंगे। सभी बातोंका, नियमबद्ध रूपसे उत्तर देनेकी हमारी इच्छा चाहे जितनी प्रबल क्यों न हो, फिर भी यह कहना कि निरंकुश विषय-भोगसे शारीरिक स्वास्थ्य सुधरना सम्भव है—ठीक नहीं। चारों ओर किशोर और युवा-पुरुष दोनोंकी शक्ति क्षीण होते जानकी चर्चा सुनाई देती है। युद्धके समय सैनिक-विभाग के अधिकारियोंको रंगरूटोंकी शारीरिक योग्यताकी शर्त ढीली करनी पड़ी थी । सारे राष्ट्रमें सहनशक्तिमें भी बहुत कमी आ गई है। निस्सन्देह यह मान लेना कि असंयमन ही यह होनावस्था उत्पन्न को, न्यायसंगत न होगा परन्तु इतना अवश्य है कि उसका इस मामले में खासा बड़ा हाथ है। मद्यपान, अस्वच्छ रहन-सहन इत्यादि