पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 31.pdf/३२१

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२९७. पत्र : फूलचन्द कस्तूरचन्द शाहको

आश्रम
साबरमती
शनिवार, आषाढ़ बदी १४, ७ अगस्त, १९२६

भाई फूलचन्द,

तुम्हारा पत्र मिला। राष्ट्रीय शालाके लिए ५०० रुपयेकी हुंडी भेजता हूँ। ३०० रुपयेकी हुंडी मूलचन्दभाईको भी भेज रहा हूँ। मैंने दूध छोड़नेका प्रयोग किया था; इसी कारण मेरा वजन घट गया था। अब मैं दूध फिर पीने लगा हूँ और इससे वजन बढ़ रहा है; किन्तु प्रगति मन्द है। पिछले सात दिनोंमें कुल सवा पौंड वजन बढ़ा है।

परिषद्को बैठक फरवरीमें शुक्रवार या शनिवारको रखें तो मुझे सुविधा रहेगी। बुधवारको रखनेसे भी असुविधा नहीं होगी।

श्री फूलचन्द कस्तूरचन्द शाह

राष्ट्रीय शाला

वढवान

गुजराती प्रति (एस० एन० १२२४१) की माइक्रोफिल्मसे।

२९८. पत्र : मूलचन्द उ० पारेखको

आश्रम
साबरमती
शनिवार, आषाढ़ बदी १४, ७ अगस्त, १९२६

{{left|भाई मूलचन्दभाई,} भाईश्री फूलचन्द लिखते हैं कि २०० रुपये आपके पास हैं। आप उनका उपयोग कर लें। मैं इसके साथ ३०० रुपयेकी हुंडी भेजता हूँ।

श्री मूलचन्द उ० पारेख

वरतेज

काठियावाड़

गुजराती प्रति (एस० एन० १२२४२) की माइक्रोफिल्मसे।