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पत्र : एस० एन० घोषको

न हो कि मैंने फोटो कभी नहीं खिंचवाई, लेकिन हाँ, बाजारोंमें मेरे सहसा खींचे गये बहुतसे फोटो उपलब्ध हैं।

हृदयसे आपका,

एम० फ्रांसिस एच० ल्यूक

द मैट्रन्स आफिस
सेंट थॉमस हास्पिटल, एस० ई० १

लन्दन
अंग्रेजी (एस० एन० १२५५४) की फोटो-नकलसे ।

२८२. पत्र: एस० एन० घोषको

स्थायी पता : आश्रम, साबरमती
२० दिसम्बर, १९२७

प्रिय मित्र,

आपका पत्र मिला। मैं 'यंग इंडिया' के मैनेजरसे आपका नाम निःशुल्क सूचीमें रखने को कह रहा हूँ |

वहाँ आपके झगड़ेके बारेमें मैं कुछ नहीं लिख रहा हूँ क्योंकि क्या किया जा सकता है इसके बारेमें मैं स्वयं असमंजसमें हूँ । यदि आप 'यंग इंडिया' के नियमित पाठक हैं तो आपने देखा होगा कि मैं एक भी फाजिल शब्द नहीं लिखता। मैं बहुत-सी चीजोंके बारेमें असहाय अनुभव करता हूँ और इसलिए उन्हें छोड़ देता हूँ । आप विश्वास करें कि अगर मैं नहीं लिख रहा हूँ तो उसका कारण यह नहीं है कि मेरी मदद करनेकी इच्छा नहीं है ।

हृदयसे आपका,

श्री एस० एन० घोष

द इंडिया फ्रीडम फाउंडेशन

७९९ ब्रॉडवे, न्यूयॉर्क ( यू० एस० ए० )
अंग्रेजी (एस० एन० १२५५५) की फोटो-नकलसे ।