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पृष्ठ:हड़ताल.djvu/११४

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अङ्क २]
[दृश्य १
हड़ताल

मिसेज़ रॉबर्ट

[कुछ आपत्ति कर के]

हाँ हुजूर।

एनिड

मैज टॉमस को यहाँ मत आने दिया करो, वह तुम्हें और दिक़ करती है। मुझ से मजूरों की कौन सी बात छिपी है? मुझे उनकी दशा देख कर बड़ा दुःख होता है, लेकिन तुम जानती हो कि उन्होंने बात को कितना बढ़ा दिया है।

मिसेज़ रॉबर्ट

[उँगुलियों को बराबर हिलाती हुई]

लोग कहते हैं मजूरी बढ़वाने के लिए कोई दूसरा उपाय नहीं है।

एनिड

[तत्परता से]

यही तो कारण है, कि यूनियन उन की मदद नहीं करता मेरे स्वामी को मजूरों का बड़ा ख्याल है। लेकिन वह

कहते हैं उन की मजूरी कम नहीं है।

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