पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/१४

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भाय। भारोप और प्राममा है कि समा सहायमानी पी। हम लोगों की समझ में नहीं ने मात्र नक भनेक प्राचीन पुस्तके प्रकाशित की है। माता किपेस उपयोगी काम लिपे गवर्नमेंटने

  • यपि यह काम देखने में कम मही है, पर फिर सहायता दमा स्पो गर कर दिया । मस्तु, इम

मी हिरी साहित्य भांडारका पान करने पर पातलोगों के विचार मैं,समा प्रत्येक माविक गवर्भमैट थोड़ा भार पड़ता है। हम सागों की सम्मति से यह प्रार्थना करे कि वह इस पुस्तकमा की फिसमा प्रत्येक प्राप्रीम पुस्तक का उत्तम सहरण कुछ कप प्रतियों अपने पुस्तकालयो, स्कूलों और मकाशित करे। माखीम पुस्तक से हमारा तारपय चलेगे के लिय मिरवर परीक्षा करे तथा पसी । सन् 190 के पहले की बनी पुसको से है। प्रार्थना भारतीय भूपसिगया से मी की जाय। उसे ख घम के लिये मावश्यक है कि पुस्तके पार है कि समा रे पास इस काम के लिये मपंग मुखमापूर्वक वापी जाय और योग्य विनामों भाषश्यक प्राय एका हा अपगा। मठ में इस के दाय मेरी यह काम रहे। मयखतापूर्वक किसी | सपप में हम लोगों को इतना ही कहना है कि पुस्तक के अपने से परमशा है कि बह दापी ही पुस्तके प्रत्यस गुमशापूर्वक अच्छे कागज पर बापी बार्य सपाई का काम पत्तमोत्तम कराया हम सोगरे के पिचार में समा को पह राग जाय । पुस्तके पर जा करके न प्रकाशित की करना चाहिए जिसमें उसे किसी पार हिलाप्रेमी मार्य, परन् एक एक पुस्तक संपूर्ण भापकर चम स पर लाड मामिसरी मारों की निधि प्राप्त हो भौर पुप जिस्व वैधवाकर प्रकाशित की जाय। बाप। इसकी भाप १५००) ३० पार्पिक दागो। "मलोगों की समति में यह प्रावश्यक इसमें से ५००० पार्पिक तोपकरपयुकसाहित्य | मान पड़ता है कि हिंदी पुस्तकों की खोज का मेवी को यह बम करने के लिये वेतन दिया माय हितमा काम प्र तक हो सका है, यसका सारांश और शेर २४००) पुस्तकों के प्रकाश में व्यय किपा र मोम के , लोलागत कोलोगरम के माय । तथा इमको रिकी से बो भाप हो उसमें सम पर तैयार करवाकर प्रकाशित करवा दिया मावश्या करकर कलिपे रुपया निकामहर जाय और कक नियत वर्षों के मनतर इसके आपके माकी रही पुस्तकों के प्रकाराम मैं क्षणापा जाय। माग इसी प्रकार तयार कराकर प्रकाशित होने परिपा होजाए तोड़ा मारी कार्य हो और रहें। परि प्रति नः वर्ष यह काम हो तो उत्तम हिंदी का प्राचीन साहित्य मांगरपक प्रकार सहोगा। साथ ही यह मी उषित मान परताकि

सर भमर हो जाय । इम लोगेश विश्वास हैमति बम सभा की पत्रिका व्या वार्षिक रिपोर्ट में

किसमा पनि चाग करेगी तो इसमें सफा मनो बोडके काम का विबित् विस्तारपूर्वक वर्णन रहा पा सकेगी। करे जिसमें प्रति वर्ष में पाया काममा सकी बम सागरों का यह मानकर परम सनोप मा सूचना सब विशानी को मिलती रहे। किसयुरु प्रदेश की मवर्नमेंट में कई वर्षों तक समा ने इन सब सिखातों को पीलिया समा जो प्राचीन प्रयोग प्रकाशिव करने के लिये मार मच दही के अनुसार काम हो पाई।