पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/३९

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. S अनुराग-बाग-दीनदयाल गिरि कृन नि० का० अपगच्छ-सिद्धांत-( महाराज ) जसवनसिंह कत सं०१८ लि० का० स० १८६२. वि० राधा लिका० स०१७। वि० कर्म और प्रात्म- कृष्ण विहार । दे० (ड-४०) नत्व विचार । दे०(ख-5) (ग-१४) अनुरागलता-ध्रुवदास कृत वि० राधाकृष्ण का अब्दुर्रहमान-फळखमियर के समकालीन और प्रेम-वर्णन । दे० (ज-७३ जी) मनसबदार, सं०१७७० के लगभग वर्तमान; अनुरागसागर-कवीर कृत,लि० का०सं०१८४७ उप०प्रेमी। वि० शान, उपदेश । दे० (ज-१४३ एफ ) नवशिस्त्र दे० (घ-५०) (छ-२७७ के) लि० का० सं० १९२० । अब्दुर्रहीम (खानखाना)-जन्मकाल सं०१६१३, अनूपगिरि हिम्मत बहादुर- ये एक राजा थे अकयर के दरवारी; उप० रहीम, याण कवि कवि पद्माकर भट्ट के आश्रयदाता थे। दे० के आश्रयदाता । (छ-१३४)। (च-४२) परचै नायिका भेद दे० (ज-१) अनूपगिरि हिम्मन वहादुर की विग्दायली- अब्दुलहादी (मौलवी)-सं० १९१० के लगभग कवि पद्माकर भट्ट कृत, वि० राजा अनूपगिरि वर्तमान, ऋतुराज कवि को गुलिस्तॉ का हिंदी हिम्मत बहादुर का यश और शौर्य वर्णन । दे० अनुवाद करने में सहायता दी, जिसका नाम (च-४२) वसंतवहार नीति है। वसतपहार नीति दे० (-1) भन्प प्रकाश-(अज्ञात) वि० अनूपगिरि उप० हिम्मत बहादुर का इतिहास । दे० (च-६२) अभयराम-~-कुलपति मिश्र के पूर्वज छठवीं पीढ़ी) पूर्व आगरा निवासी । दे० (क-७२) अनूपरास-श्रीपति कृत, नि० का० सं० १७७७, अभयसिंह-जोधपुर नरेश, राज्य का० सं०१७=१. लि० का० सं० १८७४%, वि० काव्य का भेदाभेद । १८०५, कवि माधोराम के श्राश्रयदाता । दे० दे० (ज-३०४ थी) (ग-४३) रसचंद, सेवक, प्रयाग, मुं० माधो- अनूपसिंह-बीकानेर नरेश महाराज कर्णसिंह राम, मुं० माईदास, झीवा सावंतसिंह, रतनू के पुत्र, लालचन्द कवि के श्राश्रयदाता 1 दे० वीरमाण, देवीचंद महात्मा, सेवक प्रेमचंद, (ग-७६) शिवचंद, अनंदराम, गुलालचद, (ग-७२) अनेकार्थ नामावली-(अज्ञात) वि० कोप । दे० (ग-८१) रसपुज भी इन्हीं के समय में वर्तमान, (ग-६६) (शायद जोधपुर निवासी जालंधर- (ग-४०) यह अपने पिता को मारकर गही नाथ के किसी भक्त ने रची।) पर बैठे (ख-१०५), कविकरणीदान भीमचद, अनेकार्थ मंजरी नाममाला-नंददास कृत- वि० पृथ्वीराज के आश्रयदाता। कोष । दे० (ग-4) (ज-२० डी) अभिप्राय दीपक-शिवलाल पाठक कृत; नि० का० अनेमानंद-सं० १८३७ के लगभग वर्तमान । स० का दोहा स्पष्ट नहीं, लि० का०सं०१४२५, नाटकदीप अर्थात पंचदशी माष । दे०(ख-४६) वि० रामायण की संक्षेप कथा। दे० (ऊ-११२) .