रोप साम्राज्य पिर भी नाना सदगुणो से परिपूर्ण धी। इस रा राकी मृत्युफे। वर्ष बाद वह राजधानी छोड कर महिषीके गमसे काराकला तथा जेटा नामके दो चरित्र पूर्व विभागके प्रदेशोंम नातियापाके लिये चला। उसके दोन मीर पाय प्रति प्रतिमूर्तिका आविर्भाय हुआ। शासनके समय पूर्व राज्यमें अत्याचार और अनाचारको सन् २०८१०मे ६० घपका युध्दा सेमेरास अपने दोनो वा पहुन बढ़ गई थी। अलेकजे एड या भीषण इत्या पुवको साथ लेकर टेन पर विजय करने गया। किन्तु | काण्ड साधित हुआ। ओपिलियास माक्रिनाश दीवानी रणमे विजय प्राप्त करके भो दोनो पुत्रो के असट । (Chil) विभागका और भाइमेण्टस सामरिक विभाग प्यवहारसे यह भग्नमनोरथ हुआ । पारालगने का समय हुथा। सम्राटका मर जाना हो उसके उसके मतिम दिनो में उसे मार डालनेकी साजिश की। रिपे काल हो गया। वान फुट गह। यह बात मालूम हो वितु विश्वस्त लोशनको मतर्कनासे उसकी रक्षा गह कि काराकलाने ही अपने माइको मरया शाला है। सेभेरासने अपने कठोर शासनसे अपने पुर्वाश उत्पीडित | इससे इसका सैन्य धीरे धीरे इसका साथ छोडने लगा। किया तथा हराया धमफाया। इमसे मा उनके चरित मनिनामविष्यवाणीके माधार पर साम्राज्य होनेको का सस्कार न हुमा। अन्त में ६५ वर्ष की अवस्था चेष्टा करने लगे। सन् २१७ इ०का ८वी मार्गको पडेसासे पार्क नगरमें उसने यह शरीर त्याग दिया। मृत्युफे कडही माते समय अपने एक रक्षक मासि यालिसके समय उसो सैनिको के सामने अपने पुत्रमे कहा था } हाथ काराकल्ला मारा गया। कि तुम लोग इस सेगासहले ही पुत्र हो । किन्तु दुभाग्य फारामलाकी मृत्युके बाद तीन दिनों तक रोमराज्यका पशत इन्हो ने आपसमें मेल नहीं रहा। सिहासन शून्य था। इसके बा, श्रेष्ठ प्रिफेक अहमेएटास समाटकी मृत्युके पाद मैन्यदरने दोनो भाइयों को समान की इच्छासे सोने मालिनागको रानसिंहासन पर कहकर विधापित किया। यह दोनों राजसिंहासन पर | यैठाया। किन्तु कुछ ही समयके बाद मानिनाशने अपो यैठनेके लिये राजधानीको चले । अभी गल और पुत्र दायाधुमेनियासनासको अण्टेनिनास नाम मोर इटलीको भी पार न कर सके थे, कि इन दोनों में पर राजोपाधि दान कर राजसिंहासन पर बैठा दिया। उसका स्पर मनमुटाव पैदा हुमा। रानधानी में पहुंच पर अभिप्राय था, कि यालकको मोहा मत्तिमे मुग्ध हो र उन्होंने राज्यारोहण किया। किन्तु इन दोनों आपसमें सेनाओंका चित्तहरणपूर्वक अपन सशयपूण सिहा राज्यका यिभाग कर लिया।पिताशा ऐसा आदेश भी। समको सुदृढ परलू । उसने इसी उद्देश्यसे राजमाता था ज्येष्ठ भ्राता कारापल्लाको यूरोप और पश्चिम अफ्रिका जुलियाको तिमोक्के राजप्रासादस निकाल दिया। मिला और गेटाने पशिया भीर मित्रप्रदेश से कर भले इस रमणा यहु धन रनले पर अपनी सोमिपास पजेण्डिया और यतिमोक्में राजधाना कायम की। दो गौर मामयो नास्नो विधया पयामको सहमे ले पर पेदोंमें राजपाट प्रतिष्ठित होनेस फिर भातर्जातिक एमासा पहुच कर सोइमियासके पुत्र पासिपानासको विधायका सूत्रपात हुआ। बोनाम परस्पर ग्नि प्रज्वलित सम्राट पनाया। सो उसने कालाफे विवाहित हो उठी। यह देन माता जुलियाने दोनोंमें मेल परा स्त्रीजात पुत्र कह पर घोषणा कर दी। सेनानि मिसाय देनेके लिये अपने घर दोलीको घुलाया। किन्तु फल यह + धनसे पुट होकर घसियानामको अन्तिभोक्म नामसे हुमा बिकारालाने गुम इत्यारोने लगा कर गेटा को माया डाला। सम्राट स्वीकार कर रिया। मामिनास पाली पडा। माईकी मार कर काराबहाने अपने प्राणको बाराष्ट्रा कुचकौ पट कर वह मतिमोरके निकट इम्यिके युद्ध में बना पर सेना तथा देवमन्दिरणे सामने अपने प्राणका पराजित हुआ। उसफे सायदा वर्षफे पुन डियाधुमे भिक्षा मांगी। सेनेट मार मना द्वारा मध्यासन पाने नियानासा माग्य घृण हो गया । शन मित सभी पर मृत सनारका मम्धार कर यह २१२ में एकभ्र विजेताको रणमें आये । कारापहार पल्पित पुत्र मधीवर बन गया। यासियागास एमेसाके सूर्यमन्दिरको देवमूर्शिके नाम Vol . 19