पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/१८४

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१२६ परमार्थसोपान [Part I Ch. 4 10. IF YOU WANT TO DO THE RIGHT THING, DO IT HERE AND NOW. भूले मन समझ के लाद लदनिया ॥ टे ॥ टाण्डा लाद कहाँ को लै जैयो, आगे मुलुक विरनिया सौदा करे तो यहि जुग करले, 11 2 11. आगे हाट न बनिया ॥ २ ॥ पानी पिये तो रतन कुएँ का, आगे घाट न पनिया ॥ ३ ॥ कहे कबीर सुनो भाई साधो, यह पद है निरखनिया 11811