अंतर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश/टंडन, पुरुषोत्तमदास
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टंडन, पुरुषोत्तमदास--सयुक्तप्रान्तीय लेजिस्लेटिव असेम्बली के अध्यक्ष (स्पीकर) है। प्रारम्भिक जीवन में वकालत-व्यवसाय करते रहे। परन्तु सार्वजनिक कायों तथा राष्ट्रीय आन्दोलन मे, सन् १९१७ के होमरूल-युग से ही, संलग्न हो जाने के कारण आपको वकालत का परित्याग कर देना पड़ा। हिन्दी-साहित्य-सम्मेलन के सस्थापको मे आप मुख्य हैं तथा उसके वर्तमान[ १३७ ]कर्णधार भी। सम्मेलन ने जो उत्रति की है, उसका बहुत-कुछ श्रेय आपको ही है। आप विशुद्ध हिन्दी के समर्थक हैं। हिन्दोस्तानी को हिन्दी के लिए अहितकर मानते हैं। हिन्दी-क्षेत्र और राष्ट्रीय प्रगति मे आपकी
सेवाये मूल्यवान हैं। आप पुराने नेता और कार्यकर्त्ता हैं। आप विधान के विशेषज्ञ हैं तथा प्रत्येक ऐसे प्रश्न पर, जिसका विधान से संबंध है, बडी़ गभीरता से विचार करते है। आपकी चहूॅमुखि सेवाये अमूल्य है। 'जन-सेवक-समिति'के आप प्रधान हैं। देशव्यापी दमन के कारण आप भी अगस्त १९४२ से जेल मे हैं।