अंतर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश/डी वैलरा

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अन्तर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश  (1943) 
द्वारा रामनारायण यादवेंदु

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डी वैलरा--प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, नेता और आयरिश स्वतंत्र राज्य के प्रधान मन्त्री। १४ अक्टूबर १८८२ को न्यूयार्क मे जन्म हुआ। इनकी माता आयरिश तथा पिता प्रवासी स्पेनिश थे। अपने बाल्यकाल में ही डी वैलरा आयरलैण्ड भेज दिये गये। १९०४ में डबलिन विश्वविद्यालय से गणित मे बी० ए० पास किया। ग्रैजुएट होकर वह अध्यापक बन गये। राष्ट्रीय आन्दोलन मे भाग लिया। १९१६ मे डबलिन मे ईस्टर सप्ताह के विद्रोह मे शामिल हो गये। वह एक विद्रोही दल के नेता थे। उन्हें गिरफ्तार किया गया तथा प्राणदण्ड की सजा सुना दी गई। यह सज़ा बाद मे आजन्म क़ैद मे बदल दी गई। परन्तु जून १९१७ मे उन्हें क्षमा-दान मिल गया। फिर उन्होंने नई शिनफीन प्रवृत्ति का नेतृत्व किया। मई १९१८ मे उन्हें फिर एक साल की कैद की सजा दी गई। बाद मे वह आयरिश प्रजातत्र के राष्ट्रपति चुने गये। जब १९२१ मे ब्रिटिश-आयरिश सधि हुई तव डी वैलरा ने पूर्ण आयरिश स्वाधीनता पर ज़ोर दिया। उन्होंने इस सधि को अस्वीकार कर दिया। सधि के अनुसार आयरिश स्वतत्र उपनिवेश राज्य (Dominion) की स्थापना की गई। सधि से पूर्व जो प्रथम गृहयुद्ध आयरलैण्ड में हुआ उसमे डी वैलर ने कोई भाग नही लिया। इसी प्रकार सधी के बाद जो गृहयुद्ध हुआ उसमे भी कोई भाग
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नहीं लिया। सन् १९२३ में उन्हें गिरफ़्तार किया गया और १९२४ में रिहा कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने प्रजातंत्रवादियों का नेतृत्व किया और स्वतंत्र आयरिश राज्य को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। सन् १९२५ में 'आयर-लैण्ड के सैनिक' (फियन्नाफेल) दल का संगठन किया। आयरिश स्वतंत्र पार्लमेट के साथ सहयोग किया और पूर्ण स्वाधीनता को अपना लक्ष्य घोषित किया। सन् १९२७ में आयरिश स्वतंत्र पार्लमेट के सदस्य चुने गये। सन् १९३२ में उनके फियन्नाफेल दल का बहुमत होने पर वह

प्रधान मंत्री बन गये। उन्होंने ब्रिटेन से संबंध-विच्छेद करने पर बराबर ज़ोर दिया। डी वैलरा यद्यपि गरम दल के नेता है, परन्तु वह समाजवादी नहीं है। वह स्वाधीनता के समर्थक है तथा उत्तरी (अल्स्टर) और दक्षिणी (आयर) प्रदेशों के संयुक्त करने के पक्ष में है। वर्तमान यूरोपीय युद्ध में आयर (आयरिश दक्षिणी स्वतंत्र राज्य) तटस्थ है। डी वैलरा का यह मत है कि आयर स्वतंत्र राज्य की सुरक्षा और हित इसी में है कि वह युद्ध में भाग न ले, वह एक

छोटा-सा देश है। पर मई १९४० से देश-रक्षा की योजना की जा रही है।