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जमसेदजी नसरवानजी ताता का जीवन चरित्र

विकिस्रोत से
जमसेदजी नसरवानजी ताता का जीवन चरित्र  (1918) 
मन्नन द्विवेदी 'गजपुरी'

कलकत्ता: हिंदी पुस्तक एजेंसी, पृष्ठ आवरण-पृष्ठ से – चित्र तक

 

जमसेदजी नसरवानजी
ताता

 

का

 

जीवन चरित्र।

 

मन्नन द्विवेदी, गजपुरी।

हिन्दीके लिए विराट् उद्योग।

कलकत्ते में १०००००) की कम्पनी।

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पता-हिन्दी पुस्तक एजेन्सी १२९ हैरिसन रोड, कलकत्ता
 

जमसेदजी नसरवानजी
ताता
-:का:-
जीवन चरित्र।


"कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।"'

(गीता)



लेखक—
पं॰ मन्नन द्विवेदी, गजपुरी
बी.ए., एम. आर. ए. एस.
प्रकाशक—
हिन्दी पुस्तक एजेन्सी
नं॰ १२६, हैरिसन रोड, कलकत्ता।


प्रथम बार]
[मूल्य ।)आना।
सन् १९१८ ई॰
 


३७१, अपर श्रोतपुर रोड, "वर्म्मन प्रेस कलकत्ता में
रामलाल वर्म्मा द्वारा मुद्रित।



भूमिका।


कर्मवीर स्वर्गवासी जमसेदजी नसरवानजी ताताका जीवन नव्य भारत के लिये आदर्श है। ऐसे महापुरुषकी कर्तव्य कहानी हिन्दी प्रेमियों को भेंट है।

प्रसिद्ध पारसी नेता माननीय डी॰ ई॰ वाचाकी अंगरेजी पुस्तकसे मुझको बड़ी सहायता मिली है। इसलिये मैं आपका कृतज्ञ हूं।

अहरौला मन्नन द्विवेदी गजपुरी।
आजमगढ़
४–३–१७
 

समर्पण।


प्यारे मोहन!

गीतामें बतलाये हुए तुम्हारे कर्मयोगको अपने जीवन में चरितार्थ कर दिखलानेवाले एक वीर, एक असाधारण महापुरुष, तुम्हारे वियोगमें कातरहृदया भारतमाताके एक सच्चे सपूतके जीवनकी संक्षिप्त कहानी तुम्हारे कोमल कमल चरणों पर अर्पित है।

नाथ! ऐसा करो कि तुम्हारे इस प्रमोद वनमें रोज ऐसेही सुगंधित सुमन कुसुमित हों, मैं उनकी माला गूथूँ और लेकर प्रेमसे, भक्तिसे और अभिमानसे तुमको पहना दूं और तुम भी स्वीकार करते रहो। इस समय यही लालसा है। आगे मालूम नहीं क्या होगा?

तुम्हारा

म॰ दि॰ ग॰।

पुस्तक एजेन्सी

जमसेदजी नसरवानजी ताता।

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