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पृष्ठ:अंधकारयुगीन भारत.djvu/१९

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[E] विषय पृष्ठ ६ १२८, कनक या कान कौन था २४०-२४३ ६ १२६. पौराणिक उल्लेख का समय और कान अथवा कनक का उदय २४३-२४४ ६ १३०. समुद्रगुप्त और वाकाटक साम्राज्य २४५ १३–आर्यावर्त और दक्षिण में समुद्रगुप्त के युद्ध ६ १३१. समुद्रगुप्त के तीन युद्ध २४५ ६ १३२. कौशांबी का युद्ध २४६-२४६ ६ १३३. दूसरा काम २४६-२५० ६ १३४-१३५. दक्षिणी भारत की विजय २५०-२५४ ६ १३५ क. कोलायर झीलवाला युद्ध २५४-२५८ ६ १३६. दूसरा आर्यावर्त युद्ध २५८-२५६ ६ ५३७. एरन का युद्ध २५६-२६१ ६ १३८. एरन एक प्राकृतिक युद्धक्षेत्र या २६१-२६२ ६ १३६. रुद्रदेव २६२ ६ १४०-१४० क. आर्यावर्त के राजा २६३-२६६ ६ १४१. श्रार्यावर्त युद्धों का समय २६६-२६७ १४-सीमाप्रांत के शासकों और हिंदू प्रजातंत्रों का अधीनता स्वीकृत करना, उनका पौराणिक वर्णन और द्वीपस्थ भारत का अधीनता स्वीकृत करना ६१४२. सीमाप्रांत के राज्य २६७-२६६ ...