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(४१४ ) माला में सन् १९३३ में प्रकाशित हुआ था। देखो उक्त ग्रंथ की भूमिका पृ० २७ । विशेष-मैंने ऊपर "अजंटा" रूप दिया है, जो मैंने विंसेंट स्मिथ कृत Early History of India पृ० ४४२ से लिया था। परंतु अब मैंने इस बात का पता लगा लिया है कि इसका शुद्ध उच्चारण "अजंता" है, "अजंटा" अशुद्ध है।