यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
_____________________________________
'
'हिन्दी-पुस्तक-माला'
का
२१वां अंक ,
प्रसिद्ध गल्प-लेखक श्रीयुत प्रतापनारायण श्रीवास्तव लिखित
अर्थात्, छोटे बड़े सब के पढ़ने योग्य १३ उच्चकोटि की
मौलिक, मनोरखक कहानियों का गुच्छा
शीघ्र ही प्रकाशित होगा।
_____________________________________