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१३

सखा के प्रति १६६
सेवा-प्रारम्भ १७०
नारायण मिलें हँस अन्त में १८३
प्रकाश १८५
नर्गिस १८६
नासमझी १८९
उक्ति १९०
सहज १९१
और और छबि १९२
मेरी छबि ला दो १९३
वारिद-वंदना १९४