पृष्ठ:अन्तस्तल.djvu/१६

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पथिक
आओ
तारों की छाँह
सुखद नींद
प्रत्येक ज्येष्ठ को
वेदना
स्वप्न
सिर्फ एक बार हँस कर
जीवन पथ पर
स्मृति
उपहार
केवल रात्रि में
अगम्य के प्रति
सूर्यास्त
वह अमावस्या
तीव्र मद्य
झरोके से
नेत्रों का प्रकाश
ऊषा
धूल

१४७
१५१
१५३
१५४
१५५
१५६
१५७
१५८
१५९
१६०
१६१
१६२
१६३
१६४
१६५
१६६
१६७
१६८
१६९
१७०

वह मधुर चितवन
असहनशीलता
चिताभस्म
जल और रजकण
खेल

मां


मां
आदानप्रदान
वार्धक्य विजय
फूलो की रानी
कहानी

स्फुट


प्यार
सुख
पागल
उस पार
पावस ऋतु
क्षणभंगुर
आँखमिचौनी
नीरव रव

१७१
१७२
१७३
१७४
१७५


१७९
१८०
१८१
१८२
१८४


१८७
१८९
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१९९