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शीघ्र ही छपनेवाली पुस्तकें-- १. गर्भशाख २. भिखारिणी (विश्वम्भरनाथ शर्मा कौशिक) ३) ३. श्रात्मन्दाह ३) ४. सोमनाथ ५. आत्म-दण्ड (हॉल केन) ६. तीन क्रान्तिकारी (एडगर वालेस) ७. वादशाह की बेटी (अलेग्जेण्डर ड्यूमा) ३) ८. अभियुक्त (ऋपभचरण जैन) २) साहित्य-मण्डल ने प्रवल रूप से प्रकाशन- कार्य की योजना स्थिर की है। प्रत्येक हिन्दी- प्रेमी का कर्तव्य है, कि वह हमारी योजना में सहयोग देकर मातृ-सेवा के पुण्य का भागी बने। पत्र-व्यवहार का पता- साहित्य-मण्डल (विक्रय-विभाग) दिल्ली।