यहाँ कहीं आस-पास मिल भी नहीं सकता। उसे वहाँ से बुलाने के लिए काफी समय चाहिए। इस हिसाब से कल तक प्रतीक्षा करनी पड़ेगी।"
राजा ने कहा-"लेकिन अथस?"
"आपसे दो फीट दूर है श्रीमान्। लोहे का डण्डा लेकर तीन बार खट-खटाइए। देखिए, वह आपको इसका उत्तर देता है कि नहीं।"
राजा ने ऐसा ही किया और उत्तर में तुरन्त ही फर्श के नीचे से खटखट की आवाज सुनाई दी।
राजा ने पूछा-"क्या वही उत्तर दे रहा है?"
“जी हाँ, अथस ही रास्ता बना रहा है, जिससे श्रीमान् निकल भागेंगे। पेरी यदि चिमनी के पत्थर को उठा लेगा तो आर-पार रास्ता बन जायगा।"
पेरी ने कहा-"पर मेरे पास औजार कहाँ हैं?"
अरेमिस ने कहा-"लो, यह खंजर लो पर इसकी धार बिगड़ने न पावे, क्योंकि इससे अभी और काम है।"
नीचे अथस अपना काम कर रहा था। उसकी ध्वनि प्रतिक्षण पास आती मालूम होती थी। पर अचानक कुछ शोर सुनाई दिया। अरेमिस ने लोहे का डण्डा लेकर खटखटा दिया और अथस को काम बन्द करने का संकेत किया।
शोर बढ़ता ही गया। अब पैरों की आवाज स्पष्ट आने लगी। चारों व्यक्ति चुपचाप खड़े हो गए। उनकी आँखें दरवाजे पर लग रही थीं। दरवाजा धीरे से खुला।
कुछ पहरेदार एक कतार बाँधे राजा के कमरे में आकर खड़े हो गए। पार्लियामेण्ट का एक कमिश्नर काली वर्दी पहने गम्भीर भाव से अन्दर आया। उसने राजा का अभिवादन किया और चमड़े की बसली को खोलकर एक वाक्य पढ़कर सुना दिया। पाड़ पर मरने के लिए जब कोई जाता है तो उसे इसी प्रकार यह वाक्य सुनाने का नियम है।
अरेमिस ने जुक्सन से पूछा- "इसका क्या अर्थ है?"
जुक्सन ने संकेत द्वारा उत्तर दिया कि मैं भी नहीं जानता।
राजा ने जुक्सन और अरेमिस की ओर देखते-देखते पूछा-"तब क्या
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