पृष्ठ:आलमगीर.djvu/२८४

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पदिशा विपर मुगर वो शव और पौरखो म प्रेमी पाही। भारतमे इवनी अब पी रिपननान का मी बार नहीं रही। बापापती में प्राय और रने और उन हमा। अम्त में मिस योग र माना पर डेट पपा बालासर दिश गया। मीरा मे उस वक्षमार संघरबोधपरसपने को में लिए, और पादर पी समर मोरया पाच गुलामों के सर सीमे में पारा । इस समर मादर-सम्मान ई भावना उसके मुख पर न थी। उसके होठों और नेत्रो में कठोरखा पी। उसमे ऐवीन गारे उसे मार परमा-"धर्म की पातम पापणार इस पर माफिया और कार हो । अब दुनिया वर्ग और मुकेमा प्रेगी।" पात गेर बार भी मुपर बसी मावि पाया। पर भौरसायेब मे अपने गुनामो से बो प्रथम ही से मुस्वरमा-"त बाबपोव बाप र सिडबवबाने में है पड़ो, पाकिमया सवरमेक पर गौर होना सी पोए" पर गुलामों मे भानमा सते रोष लिया और उसके घर पैरो मुर्शका का प्रावर विपरि उस परहोगी में भी सममार मुणग सानिमामा-परमा सामों और पैरों में तुम्न मरों और पेरियो सादी गई और उसे भीवरी सोमे में पांच गया। मुराद मौर, पावसिपाही सब दूसरे भौमे में बाकी रे। सीमेन यापी भी और उनमें एक भी इस पवितम पा- पित होणास पुरस। फिर भी शानदार ने मुरारी चिहाना हुना-और मावोबार प्रापमियो र उसबार क्षेत्र रोगा। पर मीर बाविसोबा मेरे मुरारपदी अमीरा- रसे समप्रसार उपहा मरिण और उसे तरी मोर के गया। उसने भाइव नही पॉफ्नार पद पर IR मी और मौन और पाक्षिकवरी होगा।