पृष्ठ:कांग्रेस-चरितावली.djvu/४४

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२६ कांग्रेस-चरितायली। - यूरोपियन जिस प्रकार रन की परीक्षा सराद पर चढ़ने से होती है उसी प्रकार अपने अपने शुद्वाधरण और युद्धिमानी से सर्वसाधारण को प्रसन्न कर लिया। नेटिय येरिस्टर होने के कारण आपकी दायत जो सराय राय लोगों ने फ़ायम की थी उसे धीरे धीरे . उन्होंने दूर कर दिया । बदरुद्दीन सम्पय जी ने अपने कर्तव्य फर्म द्वारा लोगों पर यह प्रगट करके दिखला दिया कि, भारतयासी भी चैरिस्टरी का काम उतनी ही उत्तमता और योग्यता के साथ कर सकते हैं जितनी उत्तमता के साथ लोग कर सकते हैं। सच यात तो यह है कि घदरुद्दीन तय्यब जी ने बैरिस्टरी करने का मार्ग भारतयासियों के लिए साफ़ कर दिया। इस वर्ष तक प्राप घराबर बैरिस्टरी का काम करते रहे । एक समय आप एक फ़ौजदारी मुकदमा में मुद्दई की ओर से. यकालत करने को यम्बई हाईकोर्ट में गए । उस मुकदमें की बाबत आपने बहुत ही अच्छा कपन किया । जज मिस्टरवेस्ट्राप और जूरी आप के भाषण से बहुत ही प्रसन्न हुए। जिस का आप ने पक्ष ग्रएा किया था उसे जज साहब ने निरपराधी समझ कर छोष्ट दिया। इस पर बम्बई गजट के सम्पादक ने कुछ ओप की बुराई पत्र में छाप दी । परन्तु कई एक दिन बाद जय जस्टिस वेस्ट्राप की हाईकोर्ट में बैठने की पारी आई तब जज साहय ने बदरुद्दीन तय्यब जी को बुला कर कहा कि आप को आज यहां देखने से मुझे बड़ा आनन्द हुमा । अनायास बम्बई गजट का रिपोर्टर भी वहां मौजूद था। उसी के सामने जज साहब ने कहा कि उस रोज़ के मुकदमें में जो श्राप ने भायण किया था उस कथन को बम्बई गजट के सम्पादक ने ख़राब बतलाया परन्तु यह उसका लिखना ग़लत है । उस के लिखने से शायद भाप के काम काज में कुछ बाधा पड़े अथवा आप को कुछ नुक्सान पहुंचे परन्तु इसका मैं कोई कारण नहीं देखता । उस बाबत में भाप से कहता हूं कि आप ने वह मुकदमा यही उत्तमता के साथ चलाया। इतना ही नहीं वरन जूरी के सामने जो आपने उत्तम भाषण किया उसी से अपराधी बिना कसूर साबित हुआ और यह छोड़ दिया गया। जज साहव के शब्दों को सुन कर गज़ट के रिपो-