पृष्ठ:कार्ल मार्क्स, फ्रेडरिक एंगेल्स.djvu/६५

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²²पार्टीक्युलारिज्म (विशिष्टतावाद) -किसी राज्य के पृथक भागों या प्रदेशों की अपनी स्थानीय विशिष्टताएं और स्वायत्तता अधिकार सुरक्षित रखने की इच्छा।-पृष्ठ ४५


²³जंकर - प्रशा का भू-स्वामी अभिजात वर्ग। - पृष्ठ ४५


²⁴देखिये फ़े० एंगेल्स के पत्र का० मार्क्स के नाम, ता० ११ जून और २४ नवंबर, १८६३ ; ४ सितंबर, १८६४; २७ जनवरी, १८६५ और ६ दिसम्बर, १८६७; और का० मार्क्स के पत्र फ़े० एंगेल्स के नाम, ता० १२ जून, १८६३ ; १० दिसंबर, १८६४ ; ३ फ़रवरी, १८६५ और १७ दिसंबर, १८६७ । -पृष्ठ ४५


²⁵समाजवादियों के विरुद्ध असाधारण कानून १८७८ में जर्मनी में बिस्मार्क की सरकार ने जारी किया था। इसका उद्देश्य था मजदूरों और समाजवादी आंदोलन की कमर तोड़ना। इस कानून ने सामाजिक-जनवादी पार्टी के सभी संगठनों , आम मजदूर संगठनों और मजदूर समाचारपत्रों को कुचल दिया ; समाजवादी साहित्य जब्त किया गया और सामाजिक-जनवादियों का निष्कासन प्रारंभ हुआ। पर दमनात्मक कार्रवाइयों से सामाजिक- जनवादी पार्टी किसी प्रकार निरुत्साहित नहीं हुई। उसने गुप्त क्रियाकलापों का सहारा लिया। पार्टी का केंद्रीय मुखपत्र 'सोसिअल-देमोक्रात' विदेश में प्रकाशित होने लगा और नियमित रूप से पार्टी कांग्रेसों का आयोजन हुआ (१८८०, १८८३ और १८८७ में); गैरक़ानूनी केन्द्रीय समिति के नेतृत्व में सामाजिक-जनवादी संगठनों और दलों ने जर्मनी में शीघ्रतापूर्वक अपने क्रियाकलाप भूमिगत रूप में फिर से आरंभ किये। साथ-साथ पार्टी ने जनसमूहों के साथ अपने संबंध सुदृढ़ कर लेने के लिए क़ानूनी संभावनाओं का उपयोग भी बड़े पैमाने पर किया। पार्टी का प्रभाव बराबर बढ़ रहा था। जर्मन राइख़स्टाग के चुनावों में सामाजिक-जनवादियों को दिये गये वोटों की संख्या १८७८ और १८९० के बीच बढ़ते बढ़ते तिगुनी से अधिक हो गयी।

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