पृष्ठ:कार्ल मार्क्स पूंजी १.djvu/२४८

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अतिरिक्त मूल्य की दर २४५ मूल्य की पर अतिरिक्त श्रम अस्थि अपनी समान अभिव्यंजना द्वारा हमको बिल्कुल मावश्यक श्रम ठीक-ठीक यह बता देती है कि काम के दिन के दो हिस्सों के बीच पया सम्बंध है। यहां पर यह सम्बंध समानता का है, क्योंकि र १०० प्रतिशत है। इसलिए यह बात स्पष्ट है कि हमारे उदाहरण में मवार भाषा दिन अपने लिए और भाषा दिन पूंजीपति के लिए काम , इसलिए, अतिरिक्त मूल्य की पर का हिसाब लगाने का तरीका संक्षेप में यह है। पहने हम पैदावार के कुल मूल्य को लेते हैं और स्थिर पूंजी को, जो उसमें केवल पुनः प्रकट होती है, बराबर मान लेते हैं। वो कुछ पर रहता है, वही बह मूल्य होता है, मो माल के उत्पादन की प्रक्रिया के दौरान में सचमुच पैदा हुमा है। यदि अतिरिक्त मूल्य की राशि पहले से मालूम हो, तो इस बची हुई रकम में से उसे घटाने पर हमें अस्थिर पूंजी का पता चल पाता है। और, इसके विपरीत, यदि हमें अस्थिर पूंजी की राशि का पहले से भान हो और अतिरिक्त मूल्य का पता लगाना हो, तो बची हुई रकम मेंसे अस्थिर पूंजी की राशि घटाकरहम उसे मालूम कर सकते हैं। और यदि अस्थिर पूंजी तवा पतिरिक्त मूल्य दोनों की राशि का हमें मान हो, तो हमारे लिए केवल अन्तिम मिया, अर्थात् अस्मि का-पानी अस्थिर पूंची के साथ अतिरिक्त मूल्य के अनुपात का पता लगाने की क्रिया ही बच रहती है। यह तरीका हालांकि इतना सरल है, फिर भी अगर हम चन्द मिसालों के जरिये पाठक को उसमें निहित नये सिद्धान्तों को लागू करने का घोड़ा पन्यास करा, तो शायद गलत न होगा। पहले हम एक कताई करने वाली मिल की मिसाल मेंगे, जिसमें १०,००० मूल कुए हैं और नो अमरीकी कपास से नं० ३२ का सूत कातती है और प्रति सप्ताह की तमा १ पोल सूत तैयार करती है। हम मान लेते हैं कि ६ प्रतिशत कपास कताई में खाया हो जाती है। ऐसी हालत में हर सप्ताह १०,६०० पौन कपास सर्च होती है, जिसमें ६०० पास कपास खाया हो जाती है। अप्रैल १८७१ में कपास का नाम पंस फ्री पोण वा, इसलिए पूर्वाकों में कमें माल पर ३४२ पोज होते हैं। तैयारी सम्बन्धी मशीनों तवा तमों को चलाने वाली शापित- मशीन समेत १०,००० कुमों की कुल लागत, मान मीनिये, एक पौड प्रति तकुमा के हिसाब से. १०,००० पोल है। उनकी पिसाई हम १० प्रतिशत के हिसाब से १,००० पोल सालाना लगाते हैं, बो २० पौड प्रति सप्ताह के बराबर बैठती है। इमारत का किराया हम ३०० पोज सालाना, या ६ पौड प्रति सप्ताह, मान लेते हैं। वर्ष होने वाला कोयला (४ पौड प्रति माय- भक्ति की पदा के हिसाब से १०० प्रत्य-शक्ति तथा ६० घण्टे के लिए, और मिल को गरम करने के वास्ते व किये गये कोयले को बोड़कर) ११ टन प्रति सप्ताह बैठता है, जिसपर शिनिंग ( पंस की उन की पर से पोज प्रति सप्ताह सर्व होते हैं। गैस पर प्रति सप्ताह १ पास और तेल इत्यादि पर पौन प्रति सप्ताह होता है। इन तमाम सहायक सामग्रियों की कुल लागत १० पौग प्रति सप्ताह होती है। इसलिए एक सप्ताह की पैदावार