राज संख्या नाम राजाभी के गत कालि ट्रायर के मत से समय कनिहम के मत से समय विल्सन के मत से समय राज्यकाच विशेष वर्णन। पूर्व ७२४ १ आदि गोनर्द १४०० ई. ३५ । ६ । | २४४८ ईसवी पूर्व, जरासन्ध के युद्ध में बलदेव जी ने मारा, प्रिन्स के मत से १०४५ ई. पू., नामान्तर गोनन्द वा अंगद, फारसीवालों के मत से राज्य १७ बरम, मुसल्मानों का नाम आदि गंद । २ दामोदर |३५ । ६ गन्धार देशके खयम्बर में श्रीकृष्ण ने इसको मारा और इसको यशवती रानी को जो सगर्भा थो राज्य पर बैठाया। | बालगोन * ७५४ . सोकष्ण ने आप आकर राज पर बैठाया. महाभारत के युद्ध में विद्यमान था। ३८ पैंतीस राजे * १४६४ वि. ७१० पूनके नाम कर्म कुछ भी विदित नहीं. मुसल्मानों के मत से ये पैंतोस नहीं सैंतीस थे और पांडव वंश में थे। ३८ लव १४८८ | ३५ लोलूर बसाया. नामान्तर बाललव. मुसल्मानों का लु, लोलर में बीस लाख प्रस्मो इजार मनुष्यों की बस्ती धो. १७०८ पू.। ४. कुशेशय नामान्तर कुध. १६६४ ई. पू. मुसलमानों का किशन । इस चक्र में राजाओं के नाम पर जहां ऐसा जिन्ह दिया है वहां समझना चाहिये कि पर्व वंश समाप्त होकर आगे से नया वंश चला
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