पृष्ठ:काश्मीर कुसुम.djvu/३०३

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[ ८८ ] जन्म कुंडली। ३० २ म० चं. १२ बुगु०शु महाराज मल्हार राव की जन्म कुंडली। शु०८०० १० श०६ X गु० ११ ३सं. महाराज के प्रस्तुत दशा का कारण लग्नेश ७, भौम है दशमेश रवि तनु भावि दोनों का परस्पर दृष्टि योग है। लग्नकर्माधिनेतारौ अन्योन्याश्रयि संस्थितौ । राजयोगात्रितिप्रोक्तौ विख्यातौविजयीभवेत् ॥ १ ॥