पृष्ठ:खग्रास.djvu/१५७

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
१५७
खग्रास


डा॰ साइमेन्स इस सबाल को पी गए। उन्होंने आहिस्ता से कहा—"बात यह है कि मैं अपनी यात्रा का पूरा-पूरा आनन्द लेना चाहता था।"

संसार की छत

दक्षिणी ध्रुव प्रदेश विशाल भूभाग है। अमेरिका और मैक्सीको में अगर कैनाडा के कुछ भाग मिला दिये जाए। तो यह उनसे भी बड़ा है। कभी वहाँ गर्मी पड़ती होगी, क्योंकि वहाँ कोयला मिलता है, और यह कोयला पुराने पेड़ों और पौधो से बना है जो अब से लाखों वर्ष पूर्व जल गए थें। इन पेड़ों और पोधो के अति प्राचीन अवशेष भी दक्षिणी कोयला क्षेत्रों में मिले है। लेकिन वहाँ रहने वाले किसी प्राणी के चिन्ह नहीं मिले। इस समय दक्षिणी ध्रुव प्रदेश संसार का सबसे ठण्डा प्रदेश है।

उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव प्रदेशों में कुछ अन्तर है। उत्तरी ध्रुव के गिर्द समुद्र धरातल के बराबर है, यह भूमि से घिरा समुद्र है। दक्षिण ऊँचे धरातल की भूमि है। जो ध्रुव के पास ९००० फुट ऊँची है। इसी ऊँचाई के कारण वहाँ सरदी अधिक पड़ती है। गर्मियों में सिर्फ किनारो पर दक्षिण का तापमान जम जाने के बिन्दु से ऊपर होता है। अमरीका के उत्तरी भागों में कई बार इतनी सर्दी पड़ती है कि जितनी दक्षिण में तापमान के शून्य से ६० डिग्री नीचे होने पर पड़ती है। साइवेरिया में तापमान प्रायः शून्य से ६० डिग्री कम होता है। परन्तु दक्षिण में सर्दी अधिक समय तक रहती है और सबसे अधिक सर्दी में तापमान शून्य से लगभग ७३ डिग्री नीचे चला जाता है। तथा ध्रुव क्षेत्र पर वह शून्य से ९० डिग्री नीचे रहता है।

उत्तर दक्षिण में एक अन्तर और है—उत्तर में एस्कीमो जाति के लोग तथा रीछ पाए जाते हैं। परन्तु दक्षिण में सर्दियों में एक मात्र जीवित प्राणी समुद्री पक्षी पेइगुन होता है। न कोई मछली न पक्षी। उत्तरी ध्रुव में धरती भीतर को धसी हुई है जिससे १४ हजार फुट गहरा समुद्र बन गया है। परन्तु दक्षिणी ध्रुव मे १९ हजार फुट ऊँचा उभार का असमतल धरातल है। इसलिए जहाँ उत्तर में समुद्र है—वहाँ दक्षिण में भूमि है। अथवा भूमि पर