पृष्ठ:ग़दर के पत्र तथा कहानियाँ.djvu/४१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
३२
ग़दर के पत्र

इरादा था, जहाँ वह अधिक सुरक्षित और शीघ्रता से तैयार हो सकता था, पर इसके और फ़सील के बीच में नई कठि- नाइयाँ दृष्टि पड़ीं, जो किसी नक़्शे में दर्ज न थीं। इसलिये सामने की ओर बहुत-सी नई ज़मीन को भी ऐसे अंतर से ठीक करना पड़ा, जहाँ मज़दूरों पर बहुत अधिकता से गोला- बारी होती रही। बैटरी (तोपख़ाना) कल तीसरे पहर तक तैयार न हो सकी, और, अब वह पानी के बुर्ज और बीच की दीवार के विरुद्ध काम में लाई जा रही है। परंतु यह काम कड़ी मिहनत और परेशानी का है। प्रत्येक आदमी को कप्तान फ़ीगन की मौत का शोक है। जिनके बैटरी चलने के थोड़ी ही देर बाद सिर में गोली लगी। वह हद से ज्यादा शूर-वीर थे, और ख़तरे में स्वयं पड़ने से रोके नहीं जा सकते थे। गोली लगते समय उनका आधा शरीर खंदक के बाहर था, और वह यह देख रहे थे कि निशानेबाजी कहाँ से की जाय। जिन ख़तरों और कठिनाइयों पर सफलता प्राप्त की गई है, वह अत्यंत भयानक हैं। तोपखाने के अफ़सरों को जरा भी विश्राम का अवसर नहीं मिला है। और, जब से तोपख़ाने युद्ध करने में लगे हैं, रात-दिन काम में लगे हुए हैं। शहर को गोला-बारी में बहुत कुछ कमी आ गई है, पर शत्रु कई अनिश्चित स्थानों पर बड़ी-बड़ी तोपें लगाने में बड़ा होशियार और कार्यदक्ष प्रतीत होता है, और वह उस मैदान से, जो हमारी दाहनी ओर है, भयानक विध्वंसक गोला-बारी