गोल-सभा योरप इगलैंड, फ्रांस, जर्मनी, आस्ट्रिया, इटली, स्पेन और ग्रीस इन सात प्रबल राज्यां का समूह है, और इन राज्यों की राजनीतिक सत्ता ने ही योरप को समर्थ बना दिया है। भारत- वर्ष तमाम योरप के लगभग भू-भाग के बराबर है, और जन- संख्या में रूस को छोड़कर योरप-भर तथा अमेरिका से भी बढ़कर है । बंगाल का क्षेत्रफल फ्रांस से कुछ कम है, तो भी जन-संख्या सात करोड़ के लगभग है। युक्त-प्रांत का क्षेत्रफल ग्रेट ब्रिटेन से कुछ ही कम है, किंतु जन-संख्या अधिक है। मद्रास-अहाता आयलैंड-सहित ग्रेट ब्रिटेन के बराबर क्षेत्रफल में है, जन-संख्या भी उससे कुछ ही कम है, बल्कि इटली के बराबर है। पंजाब की जन-संख्या स्पेन से कुछ अधिक औ बंबई की ग्रेट ब्रिटेन और आयलैंड से कुछ कम है । मध्य प्रदेश बेलजियम और हॉलैंड से कुछ बड़ा है। जिन प्रांतों में देशी राज्य हैं, उनकी बात पृथक् है । वर्मा और सीलोन भी पृथक् हैं। वास्तव में यह योरप के बराबर घना बसा हुआ-राजाओं, सेनाओं, व्यापारियों और नगरों से भरा हुआ देश है, और न केवल एशिया में, अपितु पृथ्वी-भर में वह एक महत्त्व रखता है। इसी भारत को दुर्दशा देखकर स्वर्गीय केयरहार्डी ने अपनी पुस्तक में जो उद्गार लिखे थे, वे इस प्रकार हैं- "भारत के अतीत वैभव और समृद्धि की स्मृति लोगों के हृदय में अभी तक हरी-भरी बनी है। एक शतादि पहले, जब
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