पृष्ठ:गोल-सभा.djvu/२२७

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

पंद्रहवां अध्याय २०६ सफल होना संभव है, और सर्व-सम्मति का होना फिलहाल दूर का ख्वाब है। आगे आपने कहा कि ब्रिटिश हाउस आफ् कार्मस का तरीके अखिल भारतीय फेडरेशन में प्रचलित करने की बुद्धिमानी में मुझे पूरा संदेह है। फेडरेशन की लंबी-चौड़ी एसें- बली में हाउस ऑफ कामंस की प्रत्यक्ष निर्वाचन की प्रथा चलाना मेरी राय में असंभव है। इस प्रकार की कोई भी नकल हिंदोस्तान के शासन-विधान को अक्रियात्मक बना देगी। आपने कहा, ब्रिटिश शासन के उत्तरदायी मंत्रिमंडल की हिंदोस्तान में स्थापना करने की कल्पना भी असंगत है। इससे वाइसराय के अधिकारों में बड़ी क्षति पहुंचेगी। अंत में आपने कहा कि हमसे सर तेजबहादुर सपू ने अपील की है कि हमः यह न कहें कि कुछ करने में असमर्थ हैं। उनकी अपील के अनुसार मैंने केंद्रिक उत्तरदायित्व के प्रश्न पर चुप रहने का रुख अख्तियार किया है। सर तेजबहादुर-"क्या सर सेमुएल होर किना केंद्रित उत्तरदायित्र के फेडरेशन की कल्पना कर सकते हैं ? सर सेमुएल होर ने इसके जवाब में कहा कि इसका जवाब देने से पहले मैं फेडरेशन के नक्शे को पूरा बना हुआ देख लेना चाहता हूँ। इसी दिन अल्पसंख्यक सब-कमेटी में सर मुहम्मद शमी ने मुसलमानों की ओर से नई योजना रखी। आपने कहा कि यामि अधिकांश मुसलमान पृथक्-प्रतिनिधित्व को छोड़ना नहीं