पृष्ठ:गोल-सभा.djvu/२५१

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सोलहवाँ अध्याय २३३ दिया जाता। मगर अब यह बात विवाद-कोटि से ऊपर जा चुकी है। मैं इसे हिंदोस्तान के लिये बड़ा तोहफा समझता हूँ। "मैं प्रतिबंधों से नहीं डरता । जब आप उनकी परीक्षा करेंगे, तो आप भी इसी परिणाम पर पहुंचेंगे कि हम हिंदो- स्तान में जिस केंद्रिक उत्तरदायित्व को स्थापित करना चाहते हैं, वे उसके अनुकूल ही हैं। मैं उन्हें इसी दृष्टि से देखता हूँ। राजनीति में भविष्य-वाणी करना खतरनाक होता है। मेरे लिये भी यह कहना खतरनाक होगा कि जिस उत्साह से हमने इस स्कीम को तैयार किया है, हिंदोस्तान का प्रत्येक व्यक्ति इसका उसी उत्साह से स्वागत करेगा । मगर प्रधान मंत्री साहब! आपके राजनीतिक अनुभव को दृष्टि में रखकर क्या मैं यह पूछ सकता हूँ कि दुनिया में ऐसा कोई भी शासन- विधान है-चाहे वह आयलैंड में हो, आस्ट्रेलिया में हो या दक्षिण आफ्रिका में हो-जिसे प्रत्येक व्यक्ति या समुदाय विना किसी अपवाद के स्वीकार कर लिया हो? इसके बाद सर सा ने प्रधान मंत्री को ही संबोधित करते हुए कहा कि आज मैंने आश्चर्य-जनक आशावाद का अनुभव किया । लॉर्ड पील इस समय यहाँ नहीं हैं, और मैं खुश हूँ कि वह यहाँ नहीं हैं। उनकी उपस्थिति मुझे बड़ी कठिनाई में डाल देती है। हाँ, मैं सर सेमुएल होर को उनके सुबह के भाषण पर बधाई देता हूँ। वह भाषण भी आशामय था। कम-से-कम कंजर्वेटिव दल की दृष्टि से तो था ही।