पृष्ठ:गोल-सभा.djvu/७१

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पाँचवाँ अध्याय ६१ मैं आपसे यही कहना चाहता हूँ कि अपनी स्थिति को संभालिए । आपकी बड़ी पोजीशन और आवाज है, और यदि आपको दमन ही करना पड़े, तो आप त्याग-पत्र दे दें। यदि आप असफल हुए, तो भारत का इंगलैंड को अंतिम प्रणाम समझे।