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पृष्ठ:टोबा टेकसिंह.djvu/१२

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जब नत्यू गजा पगडी वगन म दयाए अड्डे में दाखिल हुआ तो उस्ताद मगू बाबर उमस मिला और उसका हाथ अपने हाथ म लेकर कची आवाज में कहने लगा, 'ला हाथ इधर । ऐसी खबर सुनाऊ वि तेरा जी सुस हो जाए। तेरी इस गजी सोपड़ी पर बाल उग पाए ।' और यह कहकर मगू ने बड मजे ले लेकर नये कानून के बारे में अपने दोस्त से बातें शुरू कर दी 1 बातों के दौरान उसने कई बार नत्थू गजे के हाय पर जोर से अपना हाथ मारकर कहा 'तू देखता रह, क्या बनता है। यह स वाला बादशाह कुछ न कुछ जरुर करते रहेगा।' उस्ताद मगू मौजूदा मोवियत हम की समाजवादी सरगर्मियो के वारे मे बहुत कुछ सुन चुका था और उसे वहा के नये कानून और दूसरी नई चीजें बहुत पमद यो। इमोलिए उसने 'रूस वाले वारशाह' को 'इण्डिया ऐक्ट' यानी नये विधान के साथ मिला दिया और पहली अप्रैत को पुराने निजाम मे जा नई फेर बदर हान वानी थी, वह टम रूम वाने वादशाह' के असर का नतीजा समझता था। कुछ अर्से से पशावर और दूसरे शहरा मे सुखपोशा (गफ्फार खा के सुदाई खिदमतगारा) का आदोलन चल रहा था । उस्ताद मगू ने उस आदोलन को अपने दिमाग म 'रूम वाले वादशाह' और फिर नय कानून वे माथ खन्न-मल्त कर दिया था। इसके अलावा, जब भी वह किमोसे मे सुनता कि अमुर शहर में इतन बम बनाने वाले परडे गए हैं या फना जगह इतने आदमियो पर वगावत ये इल्जाम म मुकदमा चलाया गया है तो वह इन सारी घटनामा को नये कानून की पूर्वसूचना समझता था और मन ही मन बहुत खुश होता था। एक दिन उसके ताग में बैठे दो वैरिस्टर नय विधान को वहुन बडी मालोचना कर रहे थे और वह पामोशी स उनकी बातें सुन रहा था। उनम से एक दूसरे स बह रहा था 'नये कानून का दूसरा हिम्सा फेडरेशन है जो मेरी समझ म अभी नर नहीं पाया। एमा फडरसान दुनिया की तारीख ममाज तक न सुना, न देखा गया है । मियासी नजरिये से भी यह फेडररान बिलकुन गलत है, बल्कि या कहना चाहिए कि यह फेडरेशन है ही नहीं।' नया कानून / 13