पृष्ठ:ठाकुर-ठसक.djvu/३१

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ठाकुर कवि का वंशवृक्ष । इनकी विधषास्त्री अभी विजापर में वर्तमान है। हर लेषक शंकर प्रसाद काल (शंकर) दरवार विजावर में सरिश्तेदार हैं। ये महाशय अभी वर्तमान हैं युगुल शरण दरयाव सिंह (चातुर) इन की पुत्री के प्रपौत्र ब. कसी गुलाव सिंह बिजाघर में वर्तमान हैं। जयविहारी ठाकुरदास ( ठाकुर) मानिक लाल नंदलाल रोशन लाल गुलाबराय का० सहराय साठ हज़ारी