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दिल-ए-नादाँ, तुझे हुआ क्या है
आख़िर इस दर्द की दवा क्या है
हम हैं मुश्ताक़ और वह बेज़ार
या इलाही, यह माजरा क्या है
मैं भी मुँह में ज़बान रखता हूँ
काश, पूछो, कि मुद्द'आ क्या है
क़त'अः
जबकि तुझ बिन नहीं कोई मौजूद
फिर यह हँगामः अय ख़ुदा क्या है
यह परी चेह्र: लोग कैसे हैं
ग़मजः-ओ-'अश्वः-ओ-अदा क्या है
शिकन-ए-ज़ुल्फ-ए-'अँबरीं क्यों है
निगह-ए-चश्म-ए-सुर्मः सा क्या है
सब्ज़:-ओ-गुल कहाँ से आये हैं
अब्र क्या चीज़ है, हवा क्या है