पृष्ठ:दो सौ बावन वैष्णवन की वार्ता.djvu/३

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जानीत पूरम् तत्न यशोदोत्तम लालितम् । सवन्यी तिये प्राहुरासुरास्तानही नुधा ।। प्रकरण अलीगrims श्रीगिरिधर गोपाल