पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/२२३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

को पुस्तक ने हारून ७) और २० पद] के आगे मर गये ॥ ३ । तब ममा ने हारून से हा कि यह वुह है जो परमेश्वर ने कहा था कि जा जा मेरे पास आवे में उन से पवित्र किया जाऊंगा और तव में सारे लोगों के आगे महिमा पाऊंगा तब हारून चुप हो रहा ॥ ४ । फिर मूसा ने हारून के चाचा उजिएल के बेटे मीमाएल और इल्जाफान को बुलाया और कहा कि पास आयो और अपने भाइयों को पवित्र स्थान के सामने से तंबों के बाहर उठा ले जाओ। ५। सेो वे पास आये और उन्हें अपने सूती कपड़ा में उठाके जैमा मूसा ने कहा था वैसा तंबुगों से बाहर ले गये ॥ ६ । फिर मूसा और उस के बेटे सिअजर और ईतमर को कहा कि अपने सिर को मत उचारो और अपने कपड़ मत फाड़ा न हो कि मर जावो और सारे लोगों पर परमेश्वर का कोप पड़े परंतु तुम्हारे भाई इसराएल के घराने रम ज्वलन के लिय बिलाप करे जिसे परमेश्वर ने बारा है। तुम मंडली के नंब के द्वार से बाहर न जाओ जिमत न हो कि मर जाओ क्यांकि परमेश्वर के अभिषक का तेल तुम पर है से उन्हां ने मसा के कहने के समान किया। फिर परमेश्वर कहके हारून से बाला। <। कि जब तुम मंडली के में प्रवेश करो तो न तू न तेरे संग तेरे बेटे दाखरस अथवा तीक्षण म रा पौजिया जिस में नाश न हो यह सनातन के लिये तुम्हारी पीढ़ियों में विधि है॥ १० । और जिमने तुम पावन और अशुद्ध में व्यवरा करो॥ ११। और जिसते तुम सारी विधि जा परमेश्वर ने मूमा की ओर से उन्हें आज्ञा किई है इसराएल के संतानों को सिखाओ॥ १२॥ फिर मूमा ने हारून और उस के बट दलिअजर और ईतमर से जो बचे थे कहा कि परमेश्वर की भटर में से भाग से बनी हुई जा भाजन की भर बच रही है लेओ और उसे बेदी के पाम बिना खम र से खाओ क्या कि अत्यंत पवित्र है। १३। और उसे पवित्र स्थान में खाये इस लिये कि परमेश्वर की आग के बलिदानों में से तेरा और तेरे बेटों का यह भाग है क्योंकि मुझे याही श्राज्ञा हुई है। १४ । और हिलाने की छाती और उठाने के कांध को किमी पवित्र स्थान में तू और तेरे पुत्र और तेरी पुत्रियां तेरे माथ खावें क्योंकि यह तेरा और तेरे पुत्रों का भारा है और अपावन र